हृदय दिवस को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में बताना और उन्हें स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करना: डॉ. बसन्त डालमिया

- विश्व हार्ट दिवस 2024 की थीम (World Heart Day 2024 Theme)
रिपोर्ट बिरेंद्र कुमार
- नई दिल्ली, जमुई, झाझा प्रख्यात हार्ट सर्जन, हृदय रोग विशेषज्ञ लेप्रोस्कोपिक सर्जन।
- डॉ बसन्त डालमिया ने आज वर्ल्ड ❤️❤️❤️ हार्ट डे पर एक विशेष लेख।
विश्व हृदय दिवस 2024 की थीम “Use Heart for Action” हमें एक गहरा संदेश देती है। इसका अर्थ है कि हमें अपने दिल की सुननी चाहिए, अपनी भावनाओं को समझना चाहिए और फिर उन भावनाओं को कार्यों में बदलना चाहिए।
जब हम दिल से कोई काम करते हैं, तो हम उसमें पूरी तरह खो जाते हैं और जाहिर तौर पर परिणाम भी बेहतर मिलते हैं।
यह थीम हमें हार्ट हेल्थ के महत्व को समझाती है। एक हेल्दी हार्ट हमें एक्टिव रहने, अपने लक्ष्यों को हासिल करने और जीवन का भरपूर आनंद लेने में मदद करता है।
जब हम अपने दिल का ख्याल रखते हैं, तो हम न सिर्फ खुद बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी एक बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
दुनिया भर में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में बताना और उन्हें स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करना है।
यह दिन मनाने का विचार सबसे पहले विश्व हृदय महासंघ नामक एक संस्था के पूर्व अध्यक्ष एंटोनी बार्ड डी लूना को आया था।
उन्होंने देखा कि बहुत सारे लोग दिल की बीमारियों से पीड़ित हैं। इसलिए उन्होंने दुनिया भर के लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में बताने के लिए एक विशेष दिन मनाने का सुझाव दिया।
साल 2000 में पहली बार विश्व हृदय दिवस मनाया गया था। पहले यह दिन सितंबर महीने के आखिरी रविवार को मनाया जाता था, लेकिन बाद में इसे 29 सितंबर को मनाने का फैसला किया गया।
हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां प्रदूषण, अनहेल्दी खान-पान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और स्ट्रेसफुल लाइफस्टाइल ने सेहत को गंभीर खतरे में डाल दिया है।
खासकर युवाओं में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेलियर जैसी समस्याएं आज लाखों लोगों की जिंदगियां छीन रही हैं।
क्या आप जानते हैं कि इन बीमारियों को लेकर लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है?
आजकल हम बहुत ज्यादा काम करते हैं, तनाव में रहते हैं, और सही तरह का खाना नहीं खाते हैं। इस वजह से बहुत सारे लोग दिल की बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। दुनियाभर में हर साल लाखों लोग दिल की बीमारी की वजह से मर जाते हैं।
कोरोनावायरस के बाद से तो ये समस्या और भी बढ़ गई है। पहले तो बड़े लोग ही दिल की बीमारी से ज्यादा परेशान होते थे, लेकिन अब तो छोटे-छोटे बच्चे भी इससे पीड़ित हो रहे हैं।
इसीलिए, हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को हार्ट हेल्थ के प्रति जागरूक करने का है, जिससे सेहत को बेहतर किया जा सकता है।