SP ने सैयदराजा थाने में तैनात 7 सिपाहियों को किया लाइन हाजिर, किसी को नहीं मिला अपनी पैरवी कराने का मौका
चंदौली जिले के सैयदराजा थाने पर लंबे समय से तैनात और एकक्षत्र राज करने वाले सिपाहियों को पुलिस अधीक्षक द्वारा लाइन हाजिर किया गया है, जिसको लेकर पुलिस कर्मियों में हड़कंप सी मची हुई है।
SP आदित्य लांग्हे के आगे किसी की नहीं चल रही है पैरवी
देर रात सेट से जारी कर दिया थाना छोड़ने का आदेश
रात ही में विदा कर दिए गए 7 धाकड़ सिपाही
लंबे समय से जुगाड़ लगाकर सैयदराजा थाने पर थे तैनात
चंदौली जिले के सैयदराजा थाने पर लंबे समय से तैनात और एकक्षत्र राज करने वाले सिपाहियों को पुलिस अधीक्षक द्वारा लाइन हाजिर किया गया है, जिसको लेकर पुलिस कर्मियों में हड़कंप सी मची हुई है। सब इसी सोच में डूबे हुए हैं कि पुलिस अधीक्षक द्वारा अगली कार्रवाई अब किस पर होने जा रही है और उनके प्रकोप से कैसे बचा जाए।
बता दें कि सैयदराजा थाने के नौबतपुर बूथ का शनिवार को निरीक्षण करने के बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा बनायी गयी रणनीति के अंतर्गत लंबे समय तक सैयदराजा थाने में जमे हुए कई पुलिसकर्मियों को रात्रि में ही लाइन हाजिर करने का आदेश जारी किया गया है। एसपी के द्वारा की गयी इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप सी मची हुई है। वहीं यह भी कहा जा रहे है कि ये वही पुलिसकर्मी हैं, जिनकी तैनाती तो थाने पर है, लेकिन ये कहीं और कार्य करते रहते थे।
लाइन हाजिर किए जाने वाले पुलिसकर्मियों की सूची –
बीती रात जिन 7 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है, उनके नाम इस प्रकार हैं- अजय सिंह, विनय सिंह, अमित कुमार पाल, अमित मिश्रा, मनोज कश्यप, महाराणा प्रताप तथा कृष्ण कुमार सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। इन्हें रात्रि में ही पुलिस लाइन के लिए रवानगी का निर्देश भी पुलिस अधीक्षक द्वारा सेट के माध्यम से दे दिया गया है। इस बड़ी कार्यवाही से पुलिस महकमे में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
वहीं इस संबंध में सैयदराजा थाना प्रभारी ने बताया कि सेट के माध्यम से 7 पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में रवानगी की गई है। इन पुलिसकर्मियों थाने पर 3 साल की अवधि पूर्ण भी हो चुकी थी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सभी को यहां से रिलीव करके लाइन में आमद करने के लिए कहा गया है।
अब देखना है कि सैयदराजा जैसे चर्चित थाने में लंबे समय तक जुगाड़ के बल पर टिकने वाले पुलिसकर्मी किस प्रकार अपने पैंतरे को बदलते हैं और अब किस तरह का जुगाड़ खोजकर दोबारा सैयदराजा जैसे थाने पर आने की कोशिश करते हैं। या फिर ऐसे लोगों को पुलिस अधीक्षक द्वारा बनाई गई नयी रणनीति का शिकार होना पड़ जाता है।