सनातन हिन्दू एकता सम्मेलन में राष्ट्र एकता पर दिया गया बल

बेतिया मैनाटांड़ संवाददाता अक्षय कुमार आनंद की रिपोर्ट
मैनाटांड: विश्व शांति के लिए सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। जब हम सभी धर्मो का सम्मान करेंगे। तभी देश की एकता और अखंडता बनी रहेगी। सनातन धर्म का यही उद्देश्य है।
उक्त बातें भारत माता मंदिर के गोस्वामी सुनील गिरी ने कहीं।वे पुरुषोत्तमपुर में स्थित भारत माता मंदिर के 25 वें वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित सनातन हिंदू एकता सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सत्य अहिंसा का संदेश देता है। हमें सभी प्राणियों, जीव जंतुओं का सम्मान करना चाहिये। सभी वर्गों के लोगों को एक रहना चाहिए। एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।
समाज में जो कुरीतियां है जैसे शराब,दहेज,बाल विवाह को जड़ से नाश करने में सबको आगे आना चाहिए।समाज में शिक्षा का बोलबाला होना चाहिए।
हमारे बच्चे शिक्षित होंगें तभी हमारा देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगा।सम्मेलन में नेपाल, काशी, मथुरा, समेत दूसरे प्रदेशों से आए संत महात्माओं ने भी जात पात, ऊंच नीच, छुआछूत की भावनाओं को त्याग कर राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
वहीं पुरूषोत्तमपुर में भारत माता के स्थापना और मंदिर के पच्चीसवें साल पूरे होने पर हिंदू एकता सम्मेलन कराने की सभी ने मुक्तकंठ से भूरि भूरि प्रशंसा की।
सम्मेलन को स्वामी मुक्ति दास अल्टर बाबा, स्वामी परमानंद परमार्थी, दिग्विजय गिरी, रणविजय गिरी,मनु गिरी,सच्चिदानंद त्यागी, चंद्रभूषण दास, अशोक दास समेत सनातन संत सेवा मंडल के काफी संख्या में संतगण मौजूद रहें।




















