
बाबा झुमराज स्थान बटिया स्थित गोंती नदी में जेसीबी मशीन से कराया जा रहा पैयजल उपलब्ध
जमुई / सोनो संवाददाता चंद्रदेव बरनवाल की रिपोर्ट
जमुई जिले के बटिया में स्थित प्रसिद्ध बाबा झुमराज मंदिर के समिप सुख चुके गोंती नदी में बहने वाला पानी की उपलब्धता के लिए कमेटी सदस्यों ने जेसीबी मशीन द्वारा खुदाई कर पानी की भरपुर उपलब्धता कराई जा रही है ।
फाल्गुन मास की समाप्ति ओर चेत मास का शुभारंभ पर बाबा झुमराज मंदिर में उमड़ने वाली हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं को पैयजल संकट को दूर करने नव गठित कमेटी सदस्यों का भरपूर प्रयास जारी है ।
साथ ही नदी के किनारे पुर्व से भारी मात्रा में जमा कचरे की सफाई भी जोरदार तरीके से किया गया है ।
ज्ञात हो कि बाबा झुमराज का पुजन दर्शन करने ओर दंडवत देने आने वाली महिलाएं इसी नदी में स्नान कर दंडवत प्रकृया शुभारंभ करते हैं ।
धार्मिक न्यास बोर्ड पटना के द्वारा नव गठित कमेटी सदस्यों में कोषाध्यक्ष लल्लू प्रसाद बरनवाल ने बताया कि श्रधालुओं को स्नान करने में होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए जेसीबी मशीन के द्वारा गोंती नदी में खुदाई कर तालाब का रुप बनाया जा रहा है ताकि अत्यधिक मात्रा में जल संग्रह किया जा सके और श्रधालुओं को स्नान करने में होने वाली कठिनाइयों को दूर किया जा सके ।
श्री बरनवाल ने आगे बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए बड़ी संख्या में सेवादारों की तैनाती मंदिर परिसर के चारों तरफ किया जाएगा ।
उन्होंने यात्रियों ओर आमजनों से अपील करते हुए कहा कि संग्रह किए जा रहे जल को गंदगी से बचायें ओर गंदगी नहीं फैलायें , ताकि बाबा झुमराज का दर्शन करने दुर दराज से आने वाले यात्री स्नान कर सकें ।
कमेटी के सचिव राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यात्रियों को स्नान करने के बाद वस्त्र बदलने के लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है ।
उन्होंने श्रद्धालुओं को पैयजल संकट को दूर करने की हर संभव प्रयास करने की बात कही । श्री सिंह ने यात्रियों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी श्रधालु सोने ओर चांदी के गहने पहनकर नहीं आवें , साथ ही अपने सामानों की सुरक्षा करें ।
उपाध्यक्ष आशीष बरनवाल ने कहा कि होली पर्व की समाप्ति के बाद बाबा झुमराज मंदिर का दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है , जिसे लेकर यात्रियों ओर आमजनों की सुविधा के लिए कमेटी सदस्य पुरी तरह तत्पर है ।
उन्होंने कहा कि अत्यधिक भीड़ होने पर सेवादारों के अलावा पुलिस प्रशासन की सहायता भी लिया जाएगा । उन्होंने सालों भर पानी भरा रहने वाला इस गोंती नदी में चेत मास की शुभारंभ के साथ ही पुरी तरह सुख जाने पर चिंता जाहिर की ।