
सीतामढ़ी मां जानकी मंदिर में राहुल गांधी ने किए दर्शन, पूर्व सांसद सुनील कुमार पिंटू ने उठाए सवाल
सीतामढ़ी के प्रसिद्ध जानकी मंदिर में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर में प्रवेश करते समय उन्होंने परंपरा के अनुसार सिर झुकाया और पूजा-अर्चना की। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और मीडिया की मौजूदगी भी रही।लेकिन राहुल गांधी के इस आगमन ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। उनका यह मंदिर दर्शान विपक्षी दलों और स्थानीय नेताओं के निशाने पर आ गया है।
सुनील कुमार पिंटू का बयान
पूर्व सांसद और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सुनील कुमार पिंटू ने राहुल गांधी पर तीखा वार करते हुए कहा: “धन्य हो गईं जानकी माता, जिन्हें आज राहुल गांधी दर्शन देने आए। जिनके दल ने प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को सुप्रीम कोर्ट में ललकारा था, प्रभु राम को कहा था मिथक, वही आज आस्था का अभिनय कर रहे हैं।
चुनाव पास आते ही राहुल जी का ‘आस्था मोड’ ऑन हो ही जाता है। धन्य हुईं जानकी माता, राहुल दर्शन देने आए, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में प्रभु राम पे सवाल उठाए, वही जानकी मंदिर में शीश झुकाए। यह जनता सब समझती है। जय सियाराम।”
चुनाव नज़दीक, आस्था पर राजनीति तेज राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं, कांग्रेस नेतृत्व धार्मिक स्थलों की ओर रुख करता है और इसे एक तरह की ‘चुनावी आस्था रणनीति’ कहा जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने भी मंदिर पर जुटकर यही सवाल उठाया – कि आस्था वास्तविक है या यह केवल वोट बैंक को ध्यान में रखकर अपनाई जा रही ‘राजनीतिक भक्ति’?
मंदिर परिसर में माहौल जानकी मंदिर में राहुल गांधी का आगमन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। मंदिर पुजारियों ने उन्हें पारंपरिक विधि-विधान से आशीर्वाद दिया।
दर्शन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके साथ फोटो और नारेबाज़ी भी की। हालांकि, सोशल मीडिया और लोकल स्तर पर इस घटना को लेकर खूब प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही है।




















