अब जोर पकड़ने लगा है इंडो-इजरायल सेंटर का काम, अगले साल से मिलेंगे सब्जियों की उन्नत किस्म के पौधे
इंडो-इजरायल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल सेंटर को पूर्ण रूप से ग्रीन नर्सरी के तौर विकसित किया जाएगा। इसमें रोग मुक्त संकर प्रजाति के दस लाख से अधिक सब्जियों के इजरायली पौधे तैयार किए जाएंगे।
सब्जी के क्षेत्र में चंदौली जिले को मिलेगी एक नई पहचान
पूर्वांचल के किसान आर्थिक रूप से होंगे समृद्ध
सब्जियों की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी
चंदौली जिले में कमालपुर क्षेत्र के माधोपुर में इंडो- इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पहले चरण में बाउंड्रीवाल बनाई जा रही है। इसमें इजरायली तकनीक से रोगमुक्त संकर प्रजाति के सब्जियों के उन्नत किस्म के पौधे तैयार किए जाएंगे।
आपको बता दें कि सेंटर में विभिन्न सब्जियों के साथ ही बेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न और विदेशी सब्जियों के भी पौधे तैयार होंगे। इससे चंदौली को सब्जी के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी। साथ ही पूर्वाचल के किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे।
बताते चलें कि जिले के धानापुर विकास खंड के माधोपुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर की आधुनिक नर्सरी तैयार करने के लिए उद्यान विभाग की ओर से करीब 10 हेक्टेयर में इजरायल के सहयोग से इंडो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल का निर्माण किया जा रहा है।
आठ अगस्त 2022 को सेंटर निर्माण के लिए शिलान्यास भी किया जा चुका है। लगभग 6 करोड़ 66 लाख 42 हजार रुपये की लागत से सेंटर का निर्माण किया जाएगा। बाउंड्री बाल आदि के लिए पहली किस्त के रूप में एक करोड़ 78 लाख रुपये जारी भी हो चुके हैं। इसके साथ ही बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। साथ ही 2024 तक सेंटर का निर्माण करा पूरा लिया जाएगा। सेंटर बनने से इजरायली तकनीक से तैयार रोगमुक्त संकर प्रजाति के सब्जियों के पौध उपलब्ध होगी।
इसमें टमाटर, काली मर्चि, बैंगन, मिर्च, खीरा, कोल फसल और विदेशी सब्जियों का हाई टेक क्लाइमेट कंट्रोल ग्रीन हाउस में सीडलिंग उत्पादन किया जाएगा। वहीं खुले मैदान में टमाटर, काली मर्चि, बैंगन, मिर्च, खीरा, कोल फसल, बेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न और विदेशी सब्जियों की खेती की जाएगी। साथ ही पूर्वांचल के किसानों को प्रशिक्षण की भी सुविधा मिलेगी। रुकने के लिए आधुनिक सुविधायुक्त आवास सहित अन्य सुविधाएं रहेंगी।
ग्रीन नर्सरी के तौर विकसित होगा सेंटर
चंदौली जिले में इंडो-इजरायल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल सेंटर को पूर्ण रूप से ग्रीन नर्सरी के तौर विकसित किया जाएगा। इसमें रोग मुक्त संकर प्रजाति के दस लाख से अधिक सब्जियों के इजरायली पौधे तैयार किए जाएंगे। अत्याधुनिक तकनीकी से कई प्राकर के सब्जियों के बीज भी तैयार किए जाएंगे। बीज और सब्जी के पौच किसानों को सस्ते कीमत पर उपलब्ध होगा।
जिला उद्यान अधिकारी का दावा
इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी शीतल वर्मा ने बताया कि जिले में इंडो-इजरायल GG सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। सेंटर स्थापित होने से जिले के साथ ही पूर्वाचल के किसानों को इजराइली तकनीक से तैयार पौधे उपलब्ध होंगे। इससे किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे।