उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक बैरगनिया में सैकड़ों खाताधारकों के साथ हुई करोड़ो फर्जी निकासी मामले में पहुंचे सीआईडी अधिकारी

बैरगनिया सीतामढ़ी संवाददाता चंदन पाठक की रिपोर्ट
बैरगनिया: उत्तर बिहार ग्रामीण के सैकड़ो खाताधारकों के साथ हुई कई करोड़ की फर्जी निकासी मामले की जांच को लेकर सीआईडी के अधिकारी यहां पहुँचकर गहन छानबीन में जुटी हुई है।
मार्च-2024 में खाताधारकों के जमा राशि की फर्जी निकासी का मामला उजागर होने के बाद ग्राहकों ने बैंक के तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक प्रभात कुमार सहित अन्य का बैंक में घेराव किया था तब पुलिस हस्त्रक्षेप के बाद उन्हें मुक्त कराया गया।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने खाताधारकों से आवेदन प्राप्त किये जिसमे कई करोड़ के फर्जी निकासी में बैंक प्रबंधक प्रमोद कुमार, कैशियर आशीष कुमार के विरुद्ध थाना में एफआईआर दर्ज कराई साथ ही खाताधारकों को उनके गबन राशि तीन माह में भुगतान करने का आश्वासन दिया बाबजूद अबतक एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी गयी है।
फर्जी निकासी मामले सीआईडी को सुपुर्द कर दी गयी व अनुसंधानकर्ता पुलिस निरीक्षक परीक्षित पासवान को बनाया गया।
श्री पासवान कल्ह गुरुवार को बैंक के बैरगनिया शाखा में पहुँचकर विभिन्न पहलुओं पर जांच की वही ग्राहकों से मिकलर उनका बयान दर्ज किया।
शुक्रवार की भी करीब 40 खताधारक बैरगनिया थाना पहुँचकर सीआईडी अधिकारी से मिलकर फर्जी निकासी से सम्बंधित साक्ष्य प्रस्तुत किए ततपश्चात श्री पासवान ने उनके बयान भी दर्ज किया है।
श्री पासवान ने बताया कि जिन खाताधारकों की राशि गबन, फर्जी निकासी हुई है और वह अभी तक आवेदन सुपुर्द नहीं किये है तो शीघ्र ही आवेदन सुपुर्द करें ताकि अग्रेतर करवाई की जा सके।
उन्होंने बैंक के सीएसपी संचालकों से भी पूछताछ की।मालूम हो कि बैंक के प्रबंधक प्रमोद कुमार को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
वही कैशियर आशीष कुमार अब भी फरार है जिन्हें गिरफ्तार करने को लेकर पुलिस ततपर है वही खताधारक अपने राशि पाने को लेकर काफी परेशान है।
वहीं बैंक फर्जी निकासी, गबन करने के बाबजूद पीड़ित खताधारक को गबन राशि से दुगुनी की अचल सम्पति वह भी दूसरी की गारंटी के तौर पर गारंटर बनाने सहित कई अन्य शर्त लगा दी है।
जिससे पीड़ितों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है जिससे बैंक में तालाबन्दी के साथ ही बैंक अधिकारी के साथ किसी भी अप्रिय घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
सूत्र बताते है कि फर्जी निकासी मामले में बैंक के तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक प्रभात कुमार सहित कई पूर्व प्रबंधक,कर्मी की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है।
बहरहाल बैंक की ओर से क्षेत्रीय प्रबंधक को तत्काल अन्यत्र तबादला कर दिया है ताकि सीआईडी की जांच प्रभावित नहीं हो सके।बहरहाल खताधारक परेशान है।