राम का आदर्श चरित्र हमें कर्तव्यों का बोध कराता है: विदुषी शिखा तिवारी

रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
दावथ (रोहतास) भगवान राम का आदर्श जीवन पूरी दुनिया के लिए आज भी प्रासंगिक है। राम का आदर्श चरित्र हमें अपने कर्तव्यों का बोध कराता है कि हम भी उनके जैसा बनें और पुत्र, भाई, पति की तरह अपने कर्तव्यों का पालन करें।
उक्त बातें श्री हनुमान जी की प्रथम वार्षिक उत्सव के अवसर पर ग्राम परसीया खुर्द में राम कथा के दौरान विदुषी शिखा तिवारी ने प्रवचन करते हुए कही।
विदुषी ने कहा कि हम भक्ति, पूजा, पाठ करें और राज जैसा आचरण न हो तो अपने को कैसे भक्त हो सकते हैं। भगवान राम पग-पग पर हमारा मार्ग दर्शन करते हैं लेकिन हम उनके जैसे बनने का प्रयास नहीं करते।
वह राजकुमार होते हुए भी त्याग से पीछे नहीं हटे। एक आदर्श स्थापित किया कि पिता की आज्ञा से बढ़कर कुछ भी नहीं। राम हम सब में हैं।
यह गुण हमें पहचानने के साथ आत्मसात करना चाहिए, तभी हम राम के गुण धारण कर उनके जैसा आदर्श जीवन का पालन कर सकते हैं। सामान्य व्यक्ति भी राम की तरह मर्यादा पुरुषोत्तम बन सकता है। राम का मतलब एक आदर्श व्यक्तित्व है।
सती भगवान राम की मनोहर झांकी भी निकल गई। मंच का संचालन पंडित गौरव पांडेय ने किया।मौके पर बिहार के प्रसिद्ध लोक गायक लाल बाबू शर्मा , राजू शर्मा सहित हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे।