धान का कटोरा कहे जाने वाले वंशी में किसान परेशान
अरवल जिला ब्यूरो बिरेंद्र कुमार की रिपोर्ट
वंशी. सावन माह में बारिश नही होने से सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड क्षेत्र के किसानों को खेत में धान रोपने में पटवन के लिए मात्र विजली ही साधन हैं.
किसानों ने बताया कि सरकार के घोषणा के बाद भी किसानों के खेतों तक बिजली नही पहुँची. जिससे किसान चाइनीज तार से बिजली मोटर चलाने को मजबूर है.
समाजसेवी भीम शर्मा ने बताया कि धान का कटोरा कहे जाने वाले 8 पंचायतों का इस प्रखंड को दर्जा मिलने के बाद लोगो में आशा जगी थी कि प्रखंड के सभी गांव देहातो में सरकारी लाभ मिलेगी। लेकिन प्रखंड में किसानों की सबसे बड़ी परेशानी खेत पटवन की है.
भीम शर्मा ने बताया कि प्रखंड का इलाका तीन ओर से पुनपुन नदी से घिरा हुआ है. जहां गर्मी के दिनों में लोगों को पीने का पानी पेयजल के लिए भटकना पड़ता है.
वही आज सावन माह में बैसाख जैसी भीषण गर्मी से आवाम लोगों के साथ किसान परेशान है।
किसान खेत में लगा धान के विचड़ा को रोपने के जगह उसको पटवन कर बचाने में जुटे.
किसान के खेत में लगाए गए बोरिंग पर सरकार की ओर से बिजली नही पहुचाई गयी.
जिसके कारण ग्रामीणों ने खेत पटवन के लिए बोरिंग पर चाइनीज तार के सहारे बिजली मोटर चलाने को मजबूर है. वही चाइनीज तार से बराबर क्षेत्र में दुर्घटनाओं होती रहती है.
हालही के दिन खेत मे धान रोपनी करने के दौरान मोटर पर पानी पीने के दौरान तार में स्पर्श होते ही महिला की जान चली गयी.
ऐसे दर्जनों प्रखंड क्षेत्र में मामला है जो चाइनीज तार से मौत हो गयी. किसानों के खेतों तक पानी पहुचाने के उद्देश्य से नेनुआ नाला में करोड़ो रूपये खर्च किया गया.
लेकिन प्रखंड के किसानों को खेतों तक पानी नाला से नही पहुँच पा रही है. वंशी प्रखंड में साधन संपन्न किसान डीजल इंजन से पटवन कर खेत में धान की रोपनी करवा रहे हैं.
वही बटाईदार एवं मनी पट्टा पर नगदी खेती करने वाले किसान मजदूर सावन की कड़ाके की धूप से परेशान है.
क्या कहते है अधिकारी
इस मामले में प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि प्राकृतिक की मार से किसान परेशान है. अगर इसी तरह 10 दिन और रहा तो प्रखंड क्षेत्र में धान की रोपनी अल्प मात्रा में सिमट कर रह जाएगी.
किसान को इन्द्र भगवान पर खेत में पानी के लिए निहार रहे थे.
कई गांव में इंद्र भगवान को खुश करने के लिए नौनिहाल बच्चों को खीर भोजन के साथ ही साथ पूजा पाठ अखंड कीर्तन की जा रही हैं.