12वीं क्लास तक मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा की सांसद भीम सिंह ने राज्यसभा में किया मांग
अरवल जिला ब्यूरो बिरेंद्र चंद्रवंशी की रिपोर्ट
भाजपा राज्यसभा सांसद सांसद भीम सिंह ने सोमवार को सदन में अपनी बात रखते हुए सरकार से कहा की भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रधे अटल बिहारी वाजपेई ने संविधान में संशोधन करते हुए अनुक्षेद 21 ए के तहत 14 वर्ष के उम्र तक बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान किए थे।
पहले जो माता-पिता अपने बच्चे के पढ़ाई का बोझ नहीं उठा पाते थे वह उन्हें छोटे-मोटे काम धंधा में लगा देते थे।
अनुक्षेद 21ए के कारण सरकार इन बच्चे को खोज कर स्कूल में भेज कर पढ़ाई करवाते है और बच्चे को पढ़ाई के लिए मुफ्त भोजन, ड्रेस, और किताब उपलब्ध कराई जाती है, जिससे बच्चे के माता-पिता पर पढ़ाई का कोई अतिरिक्त खर्च नहीं पड़ता है।
सांसद भीम सिंह ने सदन में कहा की इसी अनुक्षेद 21ए का दायरा का विस्तार करते हुए 12वीं क्लास तक की शिक्षा को मुफ्त और अनिवार्य किया जाए।
उन्होंने उदाहरण दिया की आठवां क्लास तक के बच्चों को अभी अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराया जा रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि यदि संविधान के अनुच्छेद 21 ए का दायरा बढ़कर 12वीं क्लास तक शिक्षा मुफ्त कर दिया जाए तो बच्चों में प्रतिभा बढ़ेगा और अभिभावक पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के भी सोच रहा है की बच्चों में शिक्षा में अधिक से अधिक विकाश हो।
इधर पूर्व जिला पार्षद सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष आनंद कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि सांसद भीम सिंह के यह मांग स्वागत योग्य है इससे गरीब गुरवा और मध्यम वर्ग के बच्चे को शिक्षा पुरी करने में लाभ मिलेगा।