पुरैनिया में गन्ना खेत से निकल बाघ ने बकरी का किया शिकार, लोगों में भय व्याप्त

बेतिया मैनाटांड़ संवाददाता अक्षय कुमार आनंद की रिपोर्ट
मैनाटाड़: मानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरैनिया गांव के उत्तर चर रही बकरियों में से झुंड में से बाघ ने एक बकरी का शिकार कर लिया है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि अन्य नौ बकरियों को बाघ ने गन्ना के खेत में रोक कर रखा है।
वहीं मंगुराहा वन रेंज के प्रभारी रेंजर सुजीत कुमार ने बताया है कि बाघ के द्वारा एक बकरी का शिकार किया गया है। अधिकारियों और कर्मियों के द्वारा जांच में भी बाघ के द्वारा एक बकरी मारे जाने की सबूत मिले हैं।
उधर मानपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार चौधरी भी सूचना मिलते ही गुरूवार के सुबह घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी लेते हुये लोगों को बाघ से बचाव को ले आवश्यक जानकारी भी दिया।
ग्रामीण सेनापति सिंह, साजन मुखिया,बलिराम महतो,उदय महतो ,मुकेश साह, रामजी बीन, मुकेश कुमार आदि ने बताया कि पुरैनिया गांव के उत्तर सरेह में बुधवार की शाम को अलगु बीन की बकरियां चरने गयी थीं।
अचानकमार कुछ बकरियां गायब हो गयी। काफी खोजबीन के बाद बकरियों का पता नहीं चला।गुरुवार के सुबह सुखल महतो के गन्ना के खेत के पास एक बकरी शव जीर्ण शीर्ण अवस्था में देखा गया।
सूचना पर जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो ईख के खेत में बाघ के पगमार्क देख लोगों के होश उड़ गये।ग्रामीणों ने बताया कि पूरी संभावना है कि जंगल से भटक कर बाघ इधर के सरेह में आ गया है।
पदचिन्ह देखने से पता चल रहा है कि बाघ ईख के खेत में ही डेरा डाले हुए हैं। वहीं गायब अन्य बकरियों को भी अपने कब्जे में कर गन्ना के खेत में रखा है।ग्रामीणों ने बताया कि बाघ के भय से हम सभी खेतों की तरफ जाना छोड़ दिये हैं ।
वही मंगुराहा वन क्षेत्र के प्रभारी रेंजर सुजीत कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा बाघ के पगमार्क देखे जाने और बकरियों के खा जाने की सूचना मिली है। जांच में एक बकरी को बाघ के द्वारा खाने का मामला सही पाया गया है। ग्रामीणों के द्वारा अन्य बकरियों के भी खाये जाने की बात की जांच करायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि बाघ से बचने के लिए लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि अपने खेतों की तरफ अकेले नहीं जायें। खासकर शाम और रात में बिल्कुल सरेह में नहीं जायें।माइकिंग भी कराकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मानपुर से सेट सहोदरा थाना अंतर्गत वन बेरिया गांव से उत्तर दोरहम नदी के समीप दरहवा सरेह में बाघ के द्वारा इनरदेव महतो का मारे जाने के बाद लोगों में बाघ को लेकर दहशत है।
दोपहर बाद जंगल से सटे गांव की सड़के सूनी हो जा रही है। शाम होते-होते सभी लोग अपने-अपने घरों में दुबक जा रहे हैं ।