हक हकूक को ले बंगाली समाज के लोगों में भरी हुंकार

बेतिया मैनाटांड संवाददाता अक्षय कुमार आनंद की रिपोर्ट
मैनाटाड़: प्रखंड के चौहट्टा पंचायत अंतर्गत धोकरहा प्रथमिक विद्यालय के प्रांगण में बिहार बंगाली समिति के बैनर तले एक सम्मेलन का आयोजन रविवार को किया गया।
वही कार्यक्रम का अध्यक्षता बिहार बंगाली समिति के प्रखंड अध्यक्ष कृष्णधन दास और संचालन राजू विश्वास ने किया। वही कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से शुरू किया गया।
मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि के रूप मे जदयू के प्रदेश महा सचिव डॉ अनुकूल सरकार ने सभा को संबोधित करते हुए बंगाली समुदाय के सामाजिक, राजनैतिक, उत्थान के लिए उठाये जाने वाले कदम एवं उनके मौलीक अधिकारी के रक्षा हेतु परिचर्चा किया।
उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि हम 70 वर्षो से रह रहे हमारे बंगाली समुदाय के लोगो को हमारे मौलिक अधिकारो से क्यो वचित रखा गया है।
हमारे जमीन का रैयती, जाति, प्रमाण पत्र निर्गत करने में आना कानी किया जाता रहा है। बंगला हमारी मातृभाषा है लेकिन 90% हमारे बच्चे मातृ भाषा से वंचीत है।
1922 से पहले यह बंगाल प्रांत था, किंतु आज अपने ही बंगाल प्रांत मे शरणार्थी के रूप में एक सामाजीक अभिषाप झेलते आ रहे है। हमारी जनसंख्या चंपारण मे करिब 4 लाख है। हम विगत 70 वर्षों से सिर्फ मूर्ख बन रहे है और हमसे सिर्फ वोट लिया जाता रहा है।
लेकिन आज तक बिहार से कोई भी जन प्रतिनिधि विधासभा, लोकसभा, राज्य सभा में किसी भी पार्टी में बंगाली समुदाय से कोई भी प्रतिनिधि नही खड़ा किया गया है। जो हमारी समस्याओं को रखे।
उन्होंने कहा कि यह कैसा सामाजिक न्याय है, क्या देश के आजादी में हमारे पूर्वजों ने खून नहीं बहाया, देश के आजादी में हमारे समुदाय के वीर जवानों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था।
हम आपको याद दिलाना चाहते है कि मात्र 13 बर्ष की उम्र में खुदी राम बोस ने फासी पर हंसते हंसते चढ़ गये। क्या इसी आजादी के लिए हमारे पूर्वजो ने बलीदान दिया है।
मौके पर महिला जदयू के जिलाध्यक्ष प्रेमशिला गुप्ता , डॉ० मदन बनिक , बिहार बंगाली समिती सचिव राधा कान्त देवनाथ, राजेश विश्वास, कृष्णा दास, निशिकांत हलदार, बिंदु वैध, निर्मल मंडल, नित्यानंद, गोविंद दास, गौतम चंद्र पाल, नटवर चंद्र वंसी, कृष्णधन दास, संजीत बढई, श्यामल पाल, सुरेंद्र बढई, नवनीत दास समेत सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।