चक्रसन में आदिवासी उरांव महासभा के बैठक में हक हकूक के लिए एकजुट रहने का लिया गया संकल्प

बेतिया मैनाटांड़ संवाददाता अक्षय कुमार आनंद की रिपोर्ट
मैनाटाड़: मानपुर थाना क्षेत्र के चक्रसन गांव में चंपारण आदिवासी उरांव महासभा के बैनर तले बैठक का आयोजन किया गया।
मौके पर आदिवासी समाज के लोगों ने आदिवासी भाषा और संस्कृति की रक्षा एवं संवर्द्धन का संकल्प लिया।
मौके पर बैठक के मुख्य अतिथि रहें अनुसूचित जनजाति बिहार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुरेंद्र उरांव का आदिवासी व उरांव समाज के लोगों के द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
मौके पर सुरेंद्र उरांव ने कहा कि हमारी संस्कृति, वेशभूषा व आजीविका को जीवित रखने के लिए हम सबको संकल्प लेना होगा ।साथ ही पाश्चात्य सभ्यता- संस्कृति में नहीं बहे और अपनी सभ्यता- संस्कृति की रक्षा में जुटे रहें।
अपने हक हुकूक के लिए एकजुट होते हुये अपने अपने बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने पर भी विशेष बल दिया गया।
उन्होंने कहा कि आदिवासी और उरांव समाज के लोगों के लिए सूबे की सरकार कई योजनाएं चल रही हैं। जिसे आप सभी लाभ उठायें।
सरकार भी आप सभी के बेहतरी के लिए कृत संकल्पित है। साथ ही आदिवासी समाज के लोगों को शिक्षा ,खेलकूद, सरकारी नौकरी और विभिन्न विकास कर्ज में भागीदारी बढ़ने पर जोर दिया।
वहीं चंपारण आदिवासी उराव महासभा के अध्यक्ष जयप्रकाश उरांव ने कहा कि आदिवासी समुदाय के लोग अपनी जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहें । हमारा जल, जंगल, जमीन सुरक्षित होगा तभी हम सुरक्षित रह सकते हैं।
बैठक में आदिवासी समाज की महिलाओं ने पारंपरिक वेश भूषा में अपनी कला संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये।जिसपर मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाया।
बैठक में उपाध्यक्ष पवन उरांव ,सुजीत उरांव, मनोहर उरांव कौशल्या देवी सहित काफी संख्या में मैनाटाड़ और गौनाह प्रखंड के आदिवासी समाज के महिला और पुरुष मौजूद रहें।