अहीर बल और ब्राह्मण बुद्धि एक होगी तो फिर अधर्मियों का विनाश निश्चित है

यादवों और ब्राह्मणों के मधुर संबंध सतयुग से ही रहे हैं महाराज यताति की पत्नी देवयानी जो कि ब्राह्मण ऋषि शुक्राचार्य की कन्या थी के पुत्र महाराज यदु के ही वंशज यादव या यदुवंशी कहलाएं यादव श्रेष्ठ श्री कृष्ण जी तथा ब्राह्मण श्रेष्ठ सुदामा जी अटूट मित्रता सबसे अच्छा उदाहरण है यदुवंशी वृषभान गोप की पत्नी कृतिका भी ब्राह्मण कन्या थी इन्हीं दोनों का संतान ब्रजेश्वरी राधा रानी थी
इतिहास ब्राह्मण यादव मधुर संबंधों की हजारों दास्तां से भरा पड़ा है कलयुग में दोनों वंशों की लड़ाने की खूब चाले चली जा रही है अब वक्त आ गया है की दोनों गौ रक्षक एक बार फिर एक हो जाए
अहीर बल और ब्राह्मण बुद्धि एक होगी तो फिर अधर्मियों का विनाश निश्चित है
जय परशुराम जय श्री कृष्ण बलराम