
अरवल जिला ब्यूरो बिरेंद्र चंद्रवंशी की रिपोर्ट
शिक्षा एक मात्र हथियार है हम ताम 90% दबे कुचले लोगों के लिए जो हमे ऐसी ताकत देती है, जिससे हम दुनिया को बदल सकते हैं औऱ अपने जीवन व समाज से हमेशा के अंधविश्वास, पाखंड, रूढ़िवादी, छुआछूत, भेदभाव आदि जैसे कुरीतियों को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
उपरोक्त काम को पूरा करने का काम भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले व मुस्लिम समाज की प्रथम शिक्षिका फातिमा शेख ने किया।
आज 9 जनवरी है और आज ही के दिन 9 जनवरी 1831 को प्रथम मुस्लिम महिला शिक्षिका फ़ातिमा शेख का जन्म हुआ था।
सावित्रीबाई फुले जी के साथ महिलाओं के लिए देश का पहला स्कूल खोलने वाली प्रथम मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख ने वंचितों और शोषितों को शिक्षित करने के लिए आजीवन संघर्ष किया।
नयी पीढ़ी को उन्हें जरूर जानना चाहिए जिनकी वजह से आज वो स्वाभिमान की जिंदगी जी रहे हैं।
Rakesh Kumar – the Activist
राष्ट्रीय अध्यक्ष, शोषित समाज दल युथ ( विंग)