डॉक्टर आरिफ़ कमाल ने फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएशन परीक्षा में की सफलता प्राप्त, चिकित्सकों ने फूल माला से किया स्वागत
मोतिहारी संवाददाता संतोष राउत की रिपोर्ट
मेहसी/मोतिहारी: डॉक्टर कमलेश्वर मिश्रा हॉस्पिटल मधुबन रोड बारा चकिया के प्रबंधक हाजी मसूद आलम के बड़े पुत्र डाक्टर आरिफ़ कमाल ने विदेश में एम बी बी एस की शिक्षा प्राप्ति के पश्चात भारत में आयोजित होने वाले (FMGE) फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएशन एग्जाम 2025 में पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त कर चिकित्सा के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने वालों के लिए रॉल मॉडल हो गए हैं।इस सफलता से उन्होंने अपने माता पिता और चकिया का नाम रौशन किया है।
आरिफ़ कमाल की इस कामयाबी पर उनकी वाल्दा शबाना खातून, रिफ़त सबा (शिक्षिका) बहन निशात सबा, तौसीफ कमाल, मुहम्मद बशीर आलम, शकील शागिल, मुहम्मद शुऐब, मुहम्मद अब्बास,मुहम्मद क्यामुदीन आई आईटी नई दिल्ली, इंजीनियर अफजल कमाल, इंजीनियर नैयर जमाल ने अपनी ख़ुशी का इज़हार किया है।
डॉक्टर आरिफ़ कमाल का स्वागत डॉक्टर वरुण पटेल,डॉक्टर हर्षवर्धन भारद्वाज, डॉक्टर तबरेज आलम, डॉक्टर अल्ताफ इक़बाल,डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह, डॉक्टर राजीव कुमार, डॉक्टर निशा कुमारी और डॉक्टर नजमुल हुदा ने फूल माला से किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
विदित हो कि आरिफ़ कमाल की सफलता एक इतिहासिक सफलता है क्योंकि वो अपने गांव में प्रथम छात्र हैं जिन्होंने ने डॉक्टर की उपाधि प्राप्त कर अपने गांव हिन्दू चकिया का नाम रौशन किया है।