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खगड़ियाबिहारराज्य

कड़क और ईमानदार एसडीओ अमित अनुराग के कार्यकलापों की होती रहेगी युगयुगांतर तक चर्चा, फ़रवरी में ही हुई थी इनकी प्रोन्नति

संतोष मैथ्यू जैसे कड़क और ईमानदार एसडीओ के रूप में चर्चित रहे अमित अनुराग

कड़क और ईमानदार एसडीओ अमित अनुराग के कार्यकलापों की होती रहेगी युगयुगांतर तक चर्चा, फ़रवरी में ही हुई थी इनकी प्रोन्नति

संतोष मैथ्यू जैसे कड़क और ईमानदार एसडीओ के रूप में चर्चित रहे अमित अनुराग

रिपोर्ट अरविंद वर्मा 

खगड़िया। अपने कड़क स्वभाव और जनहित में कई लाभकारी योजनाओं को गांव गांव तक अंजाम दिलाने, भ्रष्टाचारी कर्मियों पर कार्रवाई करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने वाले पेशेवर नेताओं और प्रखंडों में दलाली करने वाले लोगों पर निडर होकर एक्शन करने।

अतिक्रमण हटाने को लेकर हमेशा एक्टिव रहने वाले तथा अपने उच्चस्थ अधिकारियों के दिशा निर्देशों को अक्षरशः पालन करने वाले तथा संतोष मैथ्यू जैसे पूर्व एसडीओ के दूसरे रूप में चर्चित रहे अमित अनुराग, बी ए एस सदर अनुमंडल पदाधिकारी अब खगड़िया में अपनी सेवा नहीं दे पायेंगे क्योंकि उनकी जगह नए अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में धनंजय कुमार की पदस्थापना हो चुकी है।

सनद रहे, वर्तमान सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग को विगत फरवरी माह में ही सरकार ने प्रोन्नति दे डिप्टी सेक्रेटरी बनाया था।

इनकी कार्य कुशलता एवं जनहित में लगातार कार्य करते रहने के कारण ज़िला पदाधिकारी अमित पांडेय ने नए अनुमंडल पदाधिकारी की पदस्थापना तक खगड़िया में ही इनसे कार्य कराया।

अमित अनुराग ने चाहे संस्कृत महाविद्यालय की समस्या हो या श्री गौशाला कमिटी की समस्या समय समय पर हल करते रहे। इसी दौरान कई कड़े फैसले लेकर कार्रवाई भी किए।

इस कारण इन्हें भुक्त भोगियों ने काफ़ी परेशान भी किया, टेंशन भी खूब दिया। मगर, अपने कड़क स्वभाव और ईमानदारी को नहीं छोड़ा और ज़िला पदाधिकारी अमित पांडेय के निर्देशानुसार निरंतर कार्य करते रहे।

अमित अनुराग के कार्य कलापों की चर्चा युगयुगांतर तक होती रहेगी। हां, कुछ स्वार्थी तत्वों की अमित अनुराग जैसे कर्मठ अधिकारी के समक्ष एक नहीं चली।

परिणाम स्वरूप ऐसे तत्व हर रोज अमित अनुराग के खिलाफ़ षडयंत्र रचते रहे, जिसका सामना भी किए। सवाल है, सरकारी नियमों के विरुद्ध अपने मन माफ़िक कार्य कराने वाले सफेदपोश नेताओं को कभी भी ईमानदार पदाधिकारी कैसे अच्छा लगेगा?

हां, भ्रष्टाचार की गंगोत्री में सफेदपोश नेताओं के साथ अगर मिलजुल कर कोई सरकारी अधिकारी रहें, तो बहुत अच्छा। वरना बिल्कुल ख़राब।

यह तो जग जाहिर है। बहरहाल, अमित अनुराग जैसे कड़क स्वभाव के ईमानदार सदर अनुमंडल पदाधिकारी की चर्चा फरकिया के इतिहास में होती रहेगी।

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