
सीतामढ़ी जिले में भू-जल स्तर गिरने की समस्या को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न
सीतामढ़ी में भू-जल स्तर में लगातार गिरावट को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए त्वरित कार्रवाई की दिशा में आज समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में जिलाधिकारी श्री रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।

बैठक में मुख्य अभियंता, उत्तरी बिहार श्री रामचंद्र पांडे, प्रक्षेत्र मुजफ्फरपुर के मुख्य अभियंता श्री प्रद्युम्न शर्मा, अधीक्षण अभियंता मुजफ्फरपुर श्री मनोज मनोहर, संबंधित कार्यपालक अभियंता एवं ठेकेदार उपस्थित थे।
बैठक में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर समीक्षा एवं निर्देश दिए गए:
🔹 अनधिकृत पटवन पर कार्रवाई —
जिलाधिकारी ने निजी स्तर पर अवैध रूप से भू-जल का दोहन कर पटवन करने वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया।
🔹 बंद योजनाओं की समीक्षा —
जिले में बंद पड़ी जल योजनाओं की अद्यतन विवरणी के आधार पर गहन समीक्षा की गई। संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया कि वे त्वरित मरम्मत एवं संचालन की कार्रवाई करें।
🔹 चापाकल मरम्मती कार्यों की समीक्षा —
प्रखंडवार चापाकलों की मरम्मती कार्यों की स्थिति की समीक्षा करते हुए अधूरे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया।
🔹 हर घर नल का जल योजना —
इस योजना के तहत आने वाली दैनिक शिकायतों की विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों के त्वरित समाधान हेतु जवाबदेही तय करते हुए कार्य करें।
🔹 जल जीवन मिशन की प्रगति पर बल —
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में जल संकट को दूर करने के लिए सभी जलापूर्ति एवं संरक्षण योजनाओं की सतत मॉनिटरिंग की जाएगी।
अंत में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए समयबद्ध और गुणवत्ता-युक्त कार्य सुनिश्चित करें, ताकि आने वाले समय में जल संकट से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।




















