
भाजपा का नाम लेकर मुस्लिमों को डरा रही है राजद सहित विपक्षी पार्टियां, शाहनवाज हुसैन ने मांगा मुसलमानों से समर्थन, कहा – डरने की जरुरत नहीं
वैशाली संवाददाता प्रभंजन कुमार की रिपोर्ट
वैशाली जिले के महुआ में एनडीए का विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें NDA के तमाम नेता शामिल हुए जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज जो लोग बिहार में मोटरसाइकिल लेकर घूम रहे हैं। उनके शासनकाल में लोगों को साइकिल भी नसीब नहीं हुआ करता था।
लेकिन आज कभी वह लोग मखाना के खेत में चले जाते हैं तो कभी सड़क पर बुलेट चलाने लगते हैं।लेकिन बुलेट चलाने से क्या होगा जब उनका शासन काल था तो लोग साइकिल पर चढ़ने को तैयार नहीं थे आज मैं आपको काहता हूं की किसी के बहकावा में नहीं आना है।
आज बिहार में एक पीला गमछा वाला भी घूम रहा है। वह भी बड़ी-बड़ी बातें कर रहा है। वह पहले हमीं लोग के साथ पहले काम करता था। उसके बातों में नहीं आना है। किसी के जाल में नहीं फंसना है।
भाजपा नेता ने प्रशांत किशोर का नाम लिए बगैर कहा कि सोशल मीडिया पर बोल रहा है कि हम चांद लाकर देंगे, अरे कहाँ से लाकर दोगे। वह कंपटीशन कर रखा है कि जितना राजद झूठ बोलेगा। उससे ज्यादा हम झूठ बोलेंगे। इकट्ठा और एकजुट रहिए, फिर से NDA को जीतना है और नरेंद्र मोदी का हाथ मजबूत करना है।
मुस्लिमों का मांगा सपोर्ट
मैं मुस्लिम भाइयों से कहना चाहता हूं आपको यह लोग भाजपा के नाम पर डराते हैं। मुस्लिम भाई को लोजपा से नहीं डराते, जेडीयू से नहीं डराते, सिर्फ भाजपा से ही डराते हैं। डरने की जरूरत नहीं है। बिहार में आज इमानदार सरकर है। सभी लोग भाईचरा बनाए रखिए। यहां पर इतनी अच्छी भीड़ है जिसे देखकर लगता है कि एनडीए की सरकर ही बनेगी।
महागठबंधन के सभी दल को जीतन राम मांझी के कढ़ाई में रखकर भून दिया जाएगा, क्योंकि चिराग पासवान के चिराग का रौशनी एनडीए के साथ है और इसका रोशनी पूरे बिहार में जगमगाएगा। नहीं लिया तेजस्वी का नाम
तेजसवी यादव और राहुल गांधी दोनों का यात्रा बिहार में चल रहा है। लेकिन जब कल राहुल गांधी से पूछिए गया कि बिहार के मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा तो राहुल गांधी ने कन्नी काट लिया। अंदर में पूरा मतभेद है लेकिन एनडीए में एक नाम ही तय है।
नीतिश कुमार मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहेंगे। हम लोग इकट्ठा होकर चुनाव लड़ रहे हैं। हम लोगों का पुराना रिश्ता है। पिछली बर एक दल चिराग पासवान अलग लड़ रहे थे, लेकिन इस बर चिराग का भी रोशनी एनडीए को ही मिलने वाली है।




















