
अमर शहीद बाबू जगदेव प्रसाद जी का मनाया गया 51 वां शहादत दिवस समारोह
“दस का शासन नब्बे पर, नहीं चलेगा – नहीं चलेगा,
सौ में नब्बे शोषित है, नब्बे भाग हमारा है,
धन धरती और राजपाट में नब्बे भाग हमारा है |”-बाबू जगदेव प्रसाद
रोहतास तिलौथू संवाददाता रोहित कुमार की रिपोर्ट
शोषितो गरीबों पिछड़ों कमजोर दलित आदिवासियों की लड़ाई लड़ने वाले जगदेव बाबू की हत्या 5 सितंबर को कुर्था में निर्मम तरीके से गोली मारकर कर दी गई थी।
जिनकी हत्या से पूरा विश्व अवाक था एवं गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले लोग समझ नहीं पा रहे थे कि शहीद जगदेव प्रसाद की हत्या क्यों की गई।
“जगदेव बाबू ने कहा था कि पहले पीढ़ी के लोग मारे जाएंगे दूसरे पीढ़ी के लोग जेल जाएंगे और तीसरी पीढ़ी के लोग राज करेंगे”
शहीद जगदेव प्रसाद कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी जो शोषितों के हक-अधिकार, मान-सम्मान एवं बहू-बेटियों की इज्जत की रक्षा के लिए अपने सीने पर गोली खाई थी। वर्तमान समय में शहीद जगदेव प्रसाद के विचारों की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है।
जगदेव प्रसाद ने भारतीय समाज को दो भागों में बांटा एक शोषण करने वाला शोषक और जिसका शोषण हो रहा है वह शोषित था। शहीद जगदेव प्रसाद बड़े प्रमुखता से शोषित राज लाने की बात कह रहे थे। यही बात शोषकों को खटकी एवं तत्कालीन सरकार के साथ मिलकर शहीद जगदेव प्रसाद को गोली मारकर छल से हत्या कर दी।
शहीद जगदेव प्रसाद के विचारों को लेकर मौर्य शक्ति लगातार आगे बढ़ रहा है और उनकी सोच को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास वर्षों से कर रहा है। तुमने एक जगदेव प्रसाद की हत्या की आज लाखों जगदेव पैदा ले चुके हैं। जगदेव प्रसाद तो चले गए लेकिन आज शोषितों के कानों में उनकी विचारधारा प्रमुखता से गूंज रही है।
शहीद जगदेव प्रसाद अपने जीवन काल में ही पिछड़े वर्गों को बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी दिलाए आज जो भी पिछड़ा वर्ग से आने वाले बिहार का मुख्यमंत्री बन रहे हैं वह जगदेव प्रसाद के आहुति का प्रतिफल ही है की लड़ाई लड़ने की चेतना 90% शोषितों में आई।
शहीद जगदेव प्रसाद के 51वे शहादत दिवस पर शत्-शत् नमन। जगदेव प्रसाद अमर रहें अमर रहें




















