माहेर ममता निवास की निदेशिका सिस्टर लूसी कुरियन के साथ समाज सेवा का लिया संकल्प: पार्वती तिवारी भाजपा नेत्री

माहेर ममता निवास की निदेशिका सिस्टर लूसी कुरियन के साथ समाज सेवा का लिया संकल्प: पार्वती तिवारी भाजपा नेत्री
मोतिहारी: समाज सेवा की प्रेरणा स्रोत मानी जाने वाली संस्था माहेर ममता निवास, रक्सौल में हाल ही में एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई, जब सामाजिक कार्यकर्ता पार्वती तिवारी ने संस्था की निदेशिका सिस्टर लूसी कुरियन से भेंट की। इस मुलाकात के दौरान पार्वती तिवारी ने समाज के वंचित, पीड़ित और जरूरतमंद वर्गों के लिए समर्पित भाव से सेवा करने का संकल्प लिया।
समाज सेवा को समर्पित दो प्रेरणाएँ एक मंच पर
माहेर संस्था पिछले दो दशकों से महिला सशक्तिकरण, बच्चों की शिक्षा, घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के पुनर्वास और मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों की देखभाल जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। सिस्टर लूसी कुरियन, जिन्होंने इस संस्था की स्थापना की, अब एक अंतरराष्ट्रीय पहचान बन चुकी हैं।
इस अवसर पर पार्वती तिवारी ने कहा:
“मैं सिस्टर लूसी के कार्यों से बहुत प्रभावित हूं। उनके समर्पण और सेवा भावना ने मुझे भीतर तक झकझोर दिया है। मैं भी चाहती हूं कि समाज के लिए कुछ ठोस कर सकूं, खासकर उन महिलाओं और बच्चों के लिए जिन्हें समाज अक्सर नजरअंदाज कर देता है।”
सामाजिक कार्यकर्ता पार्वती तिवारी ने कहा कि मैं महिलाओं को साथ में लेकर आगे बढ़ना चाहती हूं, हाल ही में रक्सौल निवासी श्रीमती पूनम सराफ जी ने मेरे साथ सामाजिक कार्यों में भागीदारी लेने का संकल्प लिया है।
ऐसी ही निस्वार्थ भावना से समाज का सेवा करने वाली महिलाओं का मैं स्वागत करती हूं।
भावुक क्षणों की साक्षी बनी संस्था
मुलाकात के दौरान कई संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा हुई – जैसे बाल शोषण, महिला उत्पीड़न, गरीबी, मानसिक स्वास्थ्य और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति। सिस्टर लूसी ने पार्वती तिवारी को संस्था के विभिन्न प्रकल्पों का दौरा भी करवाया, जिसमें बच्चों का स्कूल, महिला प्रशिक्षण केंद्र और पुनर्वास गृह शामिल थे।
सिस्टर लूसी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा:
“सेवा केवल दान देने का नाम नहीं, बल्कि पीड़ित के साथ खड़े होने और उसका हाथ थामने का नाम है। मैं बहुत खुश हूं कि पार्वती जैसी युवा महिलाएं अब इस दिशा में गंभीरता से कदम बढ़ा रही हैं।”
आगे की योजना
पार्वती तिवारी ने यह भी संकेत दिया कि वे माहेर संस्था के साथ मिलकर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के लिए जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रही हैं। इसके अंतर्गत स्वावलंबन प्रशिक्षण, स्वास्थ्य जांच शिविर और बच्चों के लिए शिक्षा सामग्री वितरण जैसी गतिविधियाँ शामिल होंगी।
निष्कर्ष:
सिस्टर लूसी कुरियन और पार्वती तिवारी की यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिक भेंट नहीं थी, बल्कि यह समाज सेवा के नए युग की शुरुआत का संकेत है। जब दो समर्पित महिलाएँ एक लक्ष्य के लिए साथ आती हैं, तो बदलाव अवश्य आता है। आने वाले समय में इस जोड़ी से समाज को और भी सकारात्मक पहल देखने को मिल सकती है।




















