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शहीद मंगल पाण्डेय के जन्म दिन पर किया गया वृक्षारोपण

सोनो जमुई संवाददाता चंद्रदेव बरनवाल की रिपोर्ट

( भारत के प्रथम शहीद मंगल पाण्डेय के जन्म दिन पर पर्यावरण भारती द्वारा लगाए गए आंवला के पौधे )

पर्यावरण संरक्षण गतिविधि की नारी शक्ति प्रांत टोली सदस्य तथा जमुई शहर की प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ ने कहा कि पर्यावरण संतुलन हेतु संसार के मानव को सतत वृक्षारोपण अभियान चलाना होगा , दूसरा कोई विकल्प नहीं हैं । जन्म दिन , वर्षगांठ , पुण्य तिथि आदि सुअवसर पर वृक्षारोपण सभी मानव को करनी चाहिए । जिसमें भारत में बालिका के जन्म दिन पर एक फलदार वृक्ष लगाना चाहिए क्योंकि कन्या बड़ी होकर 2 कुलों को जोड़ती है ।

जिस कारण कन्या को लक्ष्मी कहा जाता है अतः बच्ची के जन्म दिन पर एक वृक्ष अवश्य लगायें । जमुई स्थित शिशु रोग विशेषज्ञ के एक डॉक्टर ने कहा कि शिशु तो भगवान का रूप है लिहाजा पर्यावरण संरक्षण हेतु बच्चों के जन्म दिन पर वृक्षारोपण करना पुनीत कार्य है ।

पर्यावरण भारती के संस्थापक सह पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक और अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली सदस्य रामबीलास साण्डिल्य ने बताया कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम शहीद मंगल पाण्डेय जी का जन्म 19 जुलाई 1857 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिला अन्तर्गत नगवा गांव में हुआ था ।

उनके पिता स्व: दिवाकर पाण्डेय धार्मिक व्यक्ति थे । वे सन 1849 में 22 वर्ष की उम्र में ब्रिटिश सेना में भर्ती हुए थे । श्री सान्डिल्य ने आगे‌ बताया कि शहीद मंगल पाण्डेय द्वारा गाय की चर्बी मिले कारतूस को मुंह से काटने पर मना कर दिए थे ।

फल स्वरुप 2 अंग्रेज अफसरों ने मंगल पाण्डेय को गिरफ्तार करने आगे आया । जिसमें ह्यूस्टन और बाऊ नामक अंग्रेज अफसर को मंगल पाण्डेय ने गोली चला कर मार डाले थे । जिस कारण उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए ।

फांसी की निश्चित दिन से 10 दिन पहले ही 8 अप्रैल 1857 को बंगाल के बैरकपुर में मंगल पाण्डेय को अंग्रेज शासन ने फांसी दे दिया । भारत माता के सपूत ओर देश की रक्षा करने वाले प्रथम शहीद मंगल पाण्डेय जी के जन्म दिवस पर पौधारोपण स्मरणीय कार्य है ।

पर्यावरण भारती के वृक्षारोपण कार्यक्रम में स्त्री रोग विशेषज्ञ , शिशु रोग विशेषज्ञ के अलावा स्वेता कुमारी , संगीता सिंह , कोमल कुमारी , प्रोफेसर राम जीवन साहू , राम बिलास साण्डिल्य , डॉक्टर बी० मोदी , डॉक्टर ए० मोदी , वीरेन्द्र बरनवाल , अमन कुमार नीरज , तेज नारायण ठाकुर , नरेश प्रसाद बरनवाल आदि लोगों ने भाग लिया । ज्ञात हो कि शहीद मंगल पाण्डेय का जन्म आज ही के दीन 19 जुलाई 1857 को हुई थी ।

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