Saturday 26/ 10/ 2024 

Dainik Live News24
अपकारी विभाग के प्रशासन ने दारू के नाम पर हरदेव मांझी के घर से लुट लिया 6 हजार रु और एक मोबाइल:- अवधेश यादवनीतीश इज बिहार, बिहार इज नीतीश: पूर्व मंत्री क्या आप दिपावली और छठ पर्व में घर आना चाहतें हैं? ओहो आपही से पूछ रहें हैं? तो NO TENTION रेलवे ने विभिन्न रेल स्टेशन होकर चलाई हैं 17 जोड़ी स्पेशल ट्रेन।तरारी की लाचारी एवं विकास की शिथिलता मे बदलाव को लेकर निर्दलीय प्रत्याशी राजेन्द्र पाठक ने किया नामांकन पर्चा दाखिलअरवल समाहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी श्री कुमार गौरव की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ संपन्नअनजबित सिंह महविद्याल में ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ विषय पर सेमिनार संपन्नहाई कोर्ट के निर्देश पर रामपुरवा में हटाया गया अतिक्रमणसेनवरिया में अजगर देख लोगों में फैली सनसनी, किया गया रेस्क्यूविद्यालय में शिक्षक शिक्षिका का गलत हरकत को छात्राओं ने देखा, अभिभावकों ने काटा बवाल, पहुंची बीईओचंदौली के टॉप पुलिस अधीक्षक, जिनका नाम और काम दोनों बोलता है
टॉप न्यूज़बिहारराज्यरोहतास

महिलाओं ने रखा वट सावित्री व्रत, सुनी कथा

रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट

दावथ (रोहतास) सोमवती अमावस्या पर विवाहित महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री व्रत किया।

महिलाएं पूजा की थाल लेकर बरगद के पेड़ के नीचे पहुंचीं और वटवृक्ष की पूजा अर्चना करते हुए जल, अक्षत, कुमकुम से पूजा अर्चना की।

इसके बाद लाल मौली धागे से वृक्ष के चारों और घूमते हुए 108 बार परिक्रमा लगाते हुए महिलाओं द्वारा सावित्री की कथा सुनी गई।

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पीपल की तरह वटवृक्ष में भी मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। कथा अनुसार जब यमराज सत्यवान के प्राण ले जाने लगे तो सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चलने लगी थी।

उसकी पति के प्रति निष्ठा को देखकर यमराज ने आज ही के दिन वरदान मांगने को कहा जिस पर सावित्री ने एक वरदान में सौ पुत्रों की माता बनना मांगा और जब उन्हें वरदान दिया तो सावित्री ने कहा कि वह पतिव्रता स्त्री है और बिना पति के मां नहीं बन सकती।

इसका एहसास यमराज को हुआ और उन्हें लगा कि मेरे द्वारा दिए गए वरदान से मैं स्वयं गलती कर बैठा हूं और उन्होंने सत्यवान के प्राण को फिर से वापस उनके शरीर में वापस कर दिया।

पंडित विजय कुमार मिश्र के अनुसार वट वृक्ष की पूजा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। पति दीर्घायु होते हैं साथ ही जिस स्त्री को पुत्र नहीं होता है उसे पुत्र की भी प्राप्ति हो जाती है।

Check Also
Close