
सोनो जमुई संवाददाता चंद्रदेव बरनवाल की रिपोर्ट
पर्यावरण भारती के द्वारा रविवार को राष्ट्रीय पुत्र पुत्री दिवस पर फलदार पौधे लगाये गये । पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि सभी मानव प्रति दिन वृक्षारोपण करें ।
मानव के जीवन में प्रति दिन सुअवसर आता है , जैसे जन्म दिन , वर्षगांठ , पुण्य तिथि , व्रत ओर त्यौहार आदि के मौके पर पौधारोपण करना नहीं भूलें ।
पर्यावरण संरक्षण हेतु मानव का पुनीत कर्त्तव्य है वृक्षारोपण करना । आज 11 अगस्त को राष्ट्रीय पुत्र-पुत्री दिवस है जो पहली बार 11 अगस्त 1988 को मनाया गया ।
राष्ट्रीय पुत्र-पुत्री दिवस का उद्देश्य है अपने पुत्र एवं पुत्री को अपने लक्ष्य प्राप्त करने का सुअवसर प्रदान करना । बच्चों का आदर्श उनके माता-पिता ही होते हैं । माता-पिता अपने घर की परंपरागत रीति रिवाज को बच्चों को बतायें ।
कहानियाँ कहें । बच्चों को प्रेरक प्रसंग बतायें । उन्होंने कहा कि दो बच्चों का स्वभाव अलग अलग होता है । मेधावी भी अलग अलग होते हैं ।
राष्ट्रीय पुत्र-पुत्री दिवस पर परिवार में उनकी भूमिका बतायें । परिवार ही बच्चों का पहला पाठशाला है । ऐसे सुअवसर पर पौधारोपण महत्वपूर्ण कार्य है ।
पर्यावरण भारती के पौधारोपण कार्यक्रम में राम बिलास शाण्डिल्य , भोला प्रसाद , मोहन प्रसाद , कल्याणी देवी , स्नेहलता देवी , शशि लता देवी , रागिणी देवी , अरविंद कुमार इत्यादि ने भाग लिए ।




















