मैनाटांड़ प्रखंड मुख्यालय में ही एक साल से सफाई की व्यवस्था ध्वस्त, कचरा उठाव का कार्य है ठप
बेतिया मैनाटांड़ संवाददाता अक्षय कुमार आनंद की रिपोर्ट
मैनाटांड़: लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत मैनाटांड़ प्रखंड के सूदूर इलाकों में कचरा उठाव की बात तो छोड़िये, यहां प्रखंड मुख्यालय में ही विगत एक साल से ज्यादा समय से कचरा उठाव का कार्य ठप है। प्रखंड मुख्यालय में ही कचरा उठाव नहीं होने से आम लोगों में असंतोष है।
ज्ञात हो कि मैनाटाड़ प्रखंड सहित मुख्यालय में भी कचरा उठाव की व्यवस्था की ज़िम्मेदारी लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत है। इस एवज में ठेला गाड़ी और ई रिक्शा ठेला से कचरा उठाव किया जाता हैं।
जिसमें डोर टू डोर कचरा संग्रहण और गीला व सूखा कचरा का प्रबंधन आदि कार्य करना है। लेकिन मैनाटाड़ मुख्यालय में ही लोहिया स्वच्छता अभियान सफेद हाथी बना हुआ है।
प्रखंड मुख्यालय बजारवासी अच्छेलाल प्रसाद, राहुल प्रसाद, अयोध्या साह, रितुराज, पंकज साह, नरेश कुमार, महेंद्र प्रसाद,सरोज कुमार आदि ने बताया कि विगत साल भर से ज्यादा समय से कचरा का उठाव बंद है। जिससे लोहिया स्वच्छता अभियान के उद्देश्यों की यहां धज्जियां उड़ाई जा रही है।
केवल कागज में ही कचरा उठाव का काम मैनाटांड़ में किया जाता है। आश्चर्य की बात है कि खराब हुये ई रिक्शा और ठेला को बनवाने के लिए विभाग अपनी जहमत नहीं उठाता है।
मरम्मती के आभाव में ई रिक्शा खटारा हो गया है।लोगों ने संबंधित विभाग पर अपनी जिम्मेदारी से बचने की बात कही है।
लोगों ने स्वच्छता विभाग के अधिकारी व कर्मियों पर प्रखंड मुख्यालय में ही साफ सफाई कराने में दिलचस्पी नहीं लेने का आरोप लगाया है।
बस कागजी कोरम पूरा कर अपनी जिम्मेदारी आफिस में बैठे अपनी ड्यूटी का कोरम पूरा कर लेते हैं।उधर मैनाटाड़ प्रखंड मुख्यालय वासियों ने जिला प्रशासन से हस्तक्षेप कर कचरा उठाव कराने की मांग की है।
वही बीडीओ दीपक राम ने बताया कि कचरा यूनिट प्रोसेसिंग भवन बन रहा है।भवन निर्माण पूरा होते ही कचरा का उठाव शुरू करवा दिया जायेगा।