रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
दावथ (रोहतास) जीते जी रक्त दान और मरते वक्त नेत्र दान। लोक कल्याण के इस संदेश को घर-घर तक पहुचाना जरूरी है।
क्योंकि इसी से स्वस्थ और आदर्श भारत की राह निकलती है। यह बातें रक्त देने के बाद रक्तदाता भोजपुरी गायक सोनू तिवारी ने कहा।
आगे उन्होंने कहा कि चाहे विज्ञान ने कितनी भी उन्नति क्यों न कर ली हो। लेकिन आज भी रक्त का कोई भी अन्य विकल्प नहीं है।
इसलिए रक्तदान सबसे महादान है। किसी भी रक्तदानी द्वारा रक्त की दी गई एक बूंद भी ऐसे जरूरतमंद व्यक्ति की अनमोल ¨जदगी का जीवन बचाने में काम आ सकती है।
जिसे किसी भी कारण के चलते रक्त की दरकार हो। बताते चले की दावथ प्रखंड के परमानपुर निवासी सोनू पांडेय अब तक सैकड़ों लोगों को अपना रक्त दान कर के जीवन बचाए है।