हरेक कामकाज में हिंदी को बनायें माध्यम: बीडीओ
बेतिया मैनाटांड संवाददाता अक्षय कुमार आनंद की रिपोर्ट
मैनाटांड़: हिंदी भाषा राष्ट्रीय पहचान और एकता की मजबूत कड़ी के रुप में लगातार विशेष भूमिका निभाती आ रही है। और उसे हम सब को आगे बढ़ाते रहना है।
यह कहना है बीडीओ दीपक राम का। वे अपने चेंबर कक्ष में एक हिंदी दिवस के 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अधिकारियों व कर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार हिंदी भाषी राज्य है और यहां 1950 से ही राजभाषा अधिनियम लागू है। राजभाषा के रूप में हिंदी सरकारी कामकाज की भाषा है।
हम सभी प्रयास करें कि कोई भी काम हिंदी के माध्यम से ही करें। सरकार का भी पूरा प्रयास है कि शासन के सभी स्तरों पर हिंदी का शत-प्रतिशत प्रयोग किया जायेह हिंदी एक ऐसी भाषा है जो सबको आपस में जोड़ती है।
उन्होंने कहा कि 14 सितंबर 1949 को भारत के संविधान सभा ने हिंदी भाषा को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। इसलिए प्रत्येक वर्ष हम 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रुप में मनाते हैं।
बीडीओ ने हिंदी दिवस की वर्षगांठ पर सभी कर्मियों को हिंदी में काम करने की शपथ भी दिलाई और उसे लोगों के बीच में जाकर जागरूक करने पर भी बल दिया।
मौके पर सीओ आशीष आनंद,बीसी संगम पंचायत सचिव श्रीनाथ पांडे ,रोहित कुमार, बसंत राम, उपेंद्र कुमार, रोहित कुमार, वीरेंद्र पांडे, अजय कुमार मांझी ,उमेश कुमार, राजीव कुमार ,रामलाल पटेल आदि मौजूद रहें।