
रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
दावथ (रोहतास) नौ दिनों तक चले शारदीय नवरात्र के बाद विजयादशमी और दशहरा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। त्योहार शांति व सौहार्द के माहौल में संपन्न हुआ।
लोगों ने विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। सोमवार की शाम सभी जगहों पर दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
मां दुर्गा के भक्तों ने नम आंखों से मां को विदाई दी। साथ ही अगले वर्ष फिर से आने वादा लिया। गाजे-बाजे के साथ निकली शोभा यात्रा के बाद मां को विदाई दी गई।
लोग भक्तिगीतों की धुन पर झुमते दिखे। कोआथ में सबसे पहले स्थापित प्रतिमा विसर्जित की गई। यहां की खासियत यह है कि मां दुर्गा की प्रतिमा को लोग किसी वाहन पर नहीं ले बल्कि कोआथ वासी अपने कंधे पर उठाकर मां की प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए 5 किलो मीटर बभनौल काव नदी में ले गए।
विसर्जन के मौके पर प्रतिमा को कंधे देने और अंतिम दर्शन करने के लिए होड़ सी मची रही। लाल चुनरी ओढ़े बड़ी संख्या में लोग मां की प्रतिमा को कंधा पर उठाने के लिए बेताब दिखे।