रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
दावथ (रोहतास): दावथ थाना क्षेत्र के डेढ़ गांव की माटी आज धन्य हो गई।जिसने ऐसे वीर योद्धा को पैदा किया। जिसने अपनी जान की परवाह किए बगैर दूसरे कर्मी की जान बचाने में अपनी प्राणों की आहुति दे दी।
वहीं शहीद आर्मी हवलदार पिंटू यादव के आंगन में बूढ़ी माँ की आंखों से पिंटू के शहादत की खबर सुनने के बाद आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था।मां की ममता का आंचल अपने लाडले पिंटू को पुकार रही थी।मां की दहाड़ सुनकर लोगों का कलेजा फटा जा रहा था।
शहीद के आंगन में पूरा गांव एकत्र होकर शहीद के पार्थिव शरीर आने का इंतजार आंखों ही आंखों में रात कटे और जब भोर हुई तो मां की नजरे उदास मन से द्वार की ओर टकटकी लगाए तकती नजर आ रही थी।
.माँ जिसने अपना दूध पिला कर पिंटू को जवान किया था।पिंटू ने तो दूध का कर्ज और अपना कर्ज अदा कर दिया था।शुक्रवार की शाम जब देहरी में शहीद का पार्थिव पहुंचा तो पूरे गांव के गांव के लोगों के आँखों की आंसू झरझर बहने लगे।
वहीं शहीद की एक झलक पाने के लिए आसपास के लोग भी पहुंचे हुए थे।पूरे प्रखंड क्षेत्र के लोगों ने भीगे नयनों से दी शहीद को अंतिम विदाई।
शुक्रवार की दोपहर विशेष विमान से शहीद का पार्थिव शरीर दानापुर लाया गया।फिर दानापुर आर्मी कैंट से शहीद हवलदार का पार्थिव शरीर विशेष वाहन से डेढगांव लाया गया।
शहीद हवलदार गया से आये सेना के जवानों के गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद उनकों मुखाग्नि उसके बड़े बेटे ने कांपते हाथों से गांव के बाहर अपने ही खेत में दिया।जहाँ आस पास के गाँव के हजारों लोगों की भीड़ को संभालने में स्थानीय पुलिस प्रशासन ने काफी सहयोग किया।
वही जहां से शहीद पिंटू यादव ने शिक्षा ग्रहण की थी उसे विद्यालय जग दयाल सिंह प्लस टू विद्यालय में भी उसके पार्थिव शरीर को विद्यालय परिवार ने श्रद्धांजलि दी।
बताते चलें कि दावथ थाना क्षेत्र के डेढगाव गांव के स्व किसान नरसिंह के पुत्र आर्मी हवलदार पिंटू यादव पानीपत कैंप में गैस पाईप लाइन में कार्य के दौरान ग्राउंड में गैस का रिसाव होने पर वही कार्य कर रहे एक कर्मचारी को बचाने के क्रम में गैस की चपेट में आकर शहीद हो गए थे.जिसको लेकर समूचे गांव में गर्व के साथ शोक की लहर में ग्रामीण भी डूबे हुए हैं।