रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
दावथ(रोहतास) साहब अम्बेडकर के परिनिर्वाण के बाद, जगजीवन राम ने सरकार में रहते हुए बाबा साहब ने संविधान में,जो प्रावधान किये थे,उसको कार्यांवित कराया था। उक्त बातें दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतन लाल ने कही।
परंतु कुछ तथाकथित संगठनों व जातियों ने यह हौवा फैलाया कि अम्बेडकर और जगजीवन राम मे मतभिन्नता थी।परंतु यह सही नहीं है।सारे राजनिति के लोग विधायक एमपी बनने के लिए फिरकापरस्त ताकतों से समझौता कर लेते हैं।
जातिवादी पार्टियों से समाज का कल्याण नहीं होगा।कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने देश में ऐसे संस्थान बनाए जिससे लोगों को रोजगार मिले।
प्रो. रतन लाल ने आगे बताया कि दलित पिछड़े समाज के आगे बढ़े लोगों को चाहिए की अपने समाज आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों को अपने खर्चे से पढ़ाऐं।
वहीं उन्होने कहा कि ओबीसी व दलित समाज के लोगों को जातिवादी नेता और पार्टी आपस में ही लड़ाकर अपने स्वार्थ हेतु समाज को नुकसान पहुंचाते हैं।
प्रोफेसर रतन लाल ने कई जातिवादी नेताओं को समाज के लिए नुकसानदेह भी बताया।वहीं प्रो. सूरज मंडल ने पिछड़े, दलित व सामान्य वर्ग के आरक्षण पर विस्तृत चर्चा किया।
डिहरी विधायक फते बहादुर सिंह ने आरक्षण और संविधान सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा किया।वहीं विधायक विजय कुमार मंडल,अजित कुशवाहा,अरुण कुमार सिंह ने भी संविधान और समाज के लोगों पर चर्चा किया।
वहीं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री अनिता चौधरी ने दलित ओबीसी समाज को एक रहकर अपने हक के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में राजेश यादव बीडीसी,मों साजिद, रामनाथ राम,पूर्व डीडीओ, रामबाबु हाजरा,अजय पासवान, धीरज राम, महेंद्र प्रसाद, देवमुनी राम,संजय कुमार, गुलब राम, मोहन प्रसाद, भुलु राम,दयानाथ राम, अयोध्या पास्टर, चंद्रमा पास्टर, विजय विभूति आदि शामिल रहे।अध्यक्षता पूर्व प्रमुख रघुनाथ सिंह व संचालन डा.अरुण कुमार ने किया।