
रोहतास नोखा संवाददाता मंटू कुमार की रिपोर्ट
नोखा (रोहतास): नोखा नगर परिषद अंतर्गत चल रहे 25 कुड़िया श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के पहले दिन जीयर स्वामी महाराज ने प्रवचन के दौरान धर्म की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि धर्म के अभाव में जीवन में सुख- शांति की कल्पना करना व्यर्थ है।
खुशहाल जीवन के लिए धर्म से जुड़ना अनिवार्य है, अन्यथा व्यक्ति दुख और दुराचार का शिकार हो जाता है। स्वामी जी ने कहा कि कुत्ता, बिल्ली जैसे जानवरों के चित्र या संकेत अशुभ घटनाओं का संकेत देते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि नकारात्मक सोच रखने वाला व्यक्ति धर्म की गहराई को नहीं समझ सकता। प्रवचन में स्वामी जी ने जीवन में उत्तम विचार, उत्तम आचरण और शास्त्रों के मार्गदर्शन में चलने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति का आचरण सही रहने पर ही वह जीवन के व्यवहारिक पहलुओं को समझ सकता है।
कर्म और फल के संबंध पर जोर नारद और व्यास संवाद का उदाहरण देते हुए स्वामी जी ने कहा कि कर्म का फल अवश्य मिलता है, भले ही वह तुरंत न मिले। समय के साथ कर्मों का परिणाम सामने आता है।
उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे सदा अच्छे कर्म करें और धर्म का अनुसरण करें। स्वामी जी ने अपने प्रवचन को वेद और उपनिषदों के उदाहरणों से समृद्ध करते हुए धर्ममय जीवन जीने का संदेश दिया।