Sunday 05/ 01/ 2025 

Dainik Live News24
शेखपुरा: बरबीघा प्रखंड के उच्च विद्यालय कुठौत में खेल कूद के दौरान, ठंड के कारण एक दर्जन छात्राएं हुए बेहोशकराके के ठंड में असहाय लोगों के बीच पकड़ीदयाल एसडीओ अविनाश कुमार ने बाटे कंबलबिहार के उत्पादों को जीआई टैग मिलने पर मधुरेंद्र ने रेत पर बनाई कलाकृति बनी आकर्षणशराब कांड में फरार चल रही तीन महिला अभियुक्त समेत पांच गिरफ्तारसोनो प्रखंड के चहुंओर घिरे पहाड़ों से निकली बर्फीली हवायों ने बढ़ाई ठंडजगनारायण दूबे प्लस टू विद्यालय कोआथ का धूम धाम से मनाया गया 99 वा स्थापना दिवसबभनौल पैक्स चुनाव में दूसरी बार जीते अमित चौबे उर्फ़ भोला चौबेनगर परिषद के द्वारा सफाई कर्मी के बीच किया गया कंबल वितरण11 वर्षिय करांटे क्वीन जुही सावित्री बाई फुले सम्मान से हुई सम्मानित, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मिला मौका10 जनवरी से प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वे का काम होगा शुरू
बिहारराज्यरोहतास

नव वर्ष का स्वागत करते हुए समाजिक कार्यकर्ता ने हर्षोल्लास पुर्वक मनाया पिकनिक

रोहतास नोखा संवाददाता मंटू कुमार की रिपोर्ट 

नोखा (रोहतास) समाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने सभी गिले सिकवे को भुलाकर पुराने साल की विदाई ओर अंग्रेजी नव वर्ष 2025 का स्वागत पिकनिक के साथ बड़े ही हर्षोल्लास पुर्वक किया ।

इस नये साल के उपलक्ष्य पर हर वर्ष की भॉंति इस वर्ष भी पिकनिक नोखा रवि कम्प्लेक्स में धुमधाम से मुर्गा का पिकनिक समाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने दोस्तों के साथ खुशियों के साथ पिकनिक मनाया ।

नये साल का स्वागत इसलिए करते हैं कि पुरी पृथ्वी पर रहने वाले सभी व्यक्ति एक ही परिवार के लोग हैं ।

यहाँ पर अंग्रेजी संस्कृति को अपनाने की बात सिर्फ इसलिए होता है कि हमारे भारत के लोगों द्वारा व्यवसाईक , बेंक प्रणाली एवं विधालयों मे अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से वर्ष भर का गणना किया जाता है , जिस कारण हम नये साल का वेलकम करते हैं ।

लेकिन जब सनातन धर्म , व्रत ओर त्योहार मनाने के लिए तिथि की गणना का समय आती है तो हम सनातनी पंचाग के अनुसार ही इसकी गणना करते हैं , ओर इसी पंचाग के अनुसार हमे चलना पड़ता है । इसलिए हमे हमारे सनातनी धर्म को भुलाकर आगे नहीं चलना चाहिए ।

क्योंकि हम सभी देशवासी हिन्दुस्तानी हें लिहाजा हमे इस बात पर बहुत ज्यादा गर्व होना चाहिए । बताते चलें कि एक जनवरी केवल एक कृत्रिम तारीख हे , जिसका हमारे धर्म से ओर ना ही प्रकृति से कोई लेना देना नहीं है ।

यह दिन ठंड ओर शुन्यता का प्रतिक है एवं हमारे ऋतुचक्र ओर हमारे जीवन चक्र से पुरी तरह कटे हुए पश्चिमी उपभोगवाद का प्रतीक है । यह दिन उस ग्रेगोरियन कैलेंडर का हिस्सा है जिसे औपनिवेशिक शासकों ने हम पर थोपा ।

यह दिन हमारी संस्कृति के विनाश का पहला कदम था जब अंग्रेजो ने हमारी जड़ों को उखाड़ने का प्रयास किया इस पिकनिक पार्टी में शामिल हुई पूर्व जिला पार्षद सदस्य रविशंकर सिंह, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष रामजी पासवान, जनेश्वर पासवान, गोरख चंद्रवंशी, सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे !

Check Also
Close