
श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से अंतःकरण शुद्ध हो जाता है:- दीपशरण जी महाराज
रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
दावथ (रोहतास): भागवत कथा श्रवण से मनुष्य के सारे पाप संताप कट जाते हैं। कष्टों का शमन होता है। साथ ही मनुष्य का अंत:करण शुद्ध हो जाता है।
उक्त बातें चित्र कूट से पधारे दीपशरण जी महाराज महाराज ने सुंदर गांव में आयोजित रुद्र महायज्ञ में श्रीमद् भागवत कथा में प्रवचन के दौरान कही। आगे उन्होंने कहा कि श्री मद भागवत संपूर्ण जीवन दर्शन है।
इसमें भगवान श्रीकृष्ण ने विभिन्न लीलाओं के माध्यम से मानव जीवन में घटित होने वाली विभिन्न घटनाक्रम व स्थिति परिस्थितियों का चित्रण किया गया है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने सत्य पर अटल रहने एवं असत्य का प्रतिकार करने का संदेश दिया है।
इसमें वर्णित बातों को हमें आत्मसात करना चाहिए। स्वामीजी ने विभिन्न कथा प्रसंगों के माध्यम से जीवन दर्शन की विशद व्याख्या की।मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने भागवत कथा का अमृत का रसपान किया।




















