
योग से शरीर को धीमा पड़ने से बचाएं:- डॉ गौरव मिश्रा
रोहतास संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
बिक्रमगंज,( रोहतास) डॉ. गौरव मिश्रा बिक्रमगंज प्रखंड के दुर्गाडीह गांव के निवासी हैं। वे प्रत्येक रविवार को पटना से आकर अपने गांव के और उसके आसपास के गावों के मरीजों को अपनी सेवा देते आ रहे हैं। रविवार को करीब 200 मरीजों की भीड़ उनके दुर्गाडीह क्लीनिक के पास देखी जा सकती है।
वह नि:शुल्क मरीजों को देखते भी हैं और अपनी तरफ से दवाइयां भी देते हैं। डॉ. गौरव मिश्रा महावीर कैंसर संस्थान और आइजीआइएमएस पटना में सेवारत हैं और वे एम. डी, गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति योगाभ्यास से जुड़ा हुआ है वह हर तरह से निरोग है। आधे घंटे के योग से शरीर पूरी तरह से फिट रहता है और शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है।
40 साल की उम्र के बाद शरीर में स्वाभाविक रूप से गिरावट शुरू हो जाती है। मांसपेशियां लोच खाने लगती हैं पुरुष और महिला दोनों के हार्मोन के स्तर में गिरावट आती है। हार्ट की बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है।
इससे निपटने का सबसे अच्छा तरीका एक्सरसाइज और योग है। इससे दिमाग में तनाव भी नहीं रहता। सप्ताह में काम से कम 3 से 5 बार कार्डियो वर्कआउट जरूर करें।
यदि आपके जोड़ों में दर्द रहने लगे तो आप साईकलिंग और स्विमिंग करें। जब आप 50 की उम्र के पार हो जाते हैं तो रोजमर्रा में हाथ पैर में दर्द की शिकायत आम हो सकती है।
60 साल के बाद भी अगर स्वस्थ है तो एक्सरसाइज घटाएं नहीं नहीं, तो हार्ट को नुकसान हो सकता है। एक शोध में पाया गया है कि जो लोग उम्र बढ़ने पर शारीरिक गतिविधियां करना कम कर देते हैं।
उन्हें हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा 27 प्रतिशत बढ़ जाता है जबकि जो लोग शारीरिक गतिविधियां जारी रखते हैं उनमें जोखिम 11प्रतिशत तक कम होता है इस उम्र में तनाव से बचें। तनाव से एड्रेनालाइन जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं।
वे धमनियों को संकीर्ण बनाते हैं। रक्तचाप बढ़ाते हैं। यह तय है कि योग से तनाव कम होता है। इसलिए सप्ताह में 5 दिन थोड़ा समय निकालकर इसे करने की जरूरत है।




















