
15 सितम्बर को मनाई जाएगी जीवित्पुत्रिका का व्रत
रोहतास दावथ संवाददाता चारोधाम मिश्रा की रिपोर्ट
दावथ( रोहतास) दावथ प्रखंड क्षेत्र में 15 सितंबर को जीवित्पुत्रिका व्रत मनाया जाएगा । इसे जीवित्पुत्रिका व्रत या जितिया भी कहते हैं इस दिन माताएं अपने संतान के लिए निर्जला व्रत रखती है और राजा जीमूत वाहन की पूजा करती है।
नकटौली निवासी आचार्य ब्रज किशोर पाण्डेय ने बताया कि जीवित्पुत्रिका व्रत की शास्त्र समर्थ तिथियां को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई उन्होंने बताया कि यह व्रत कथा भविष्य पुराण से ली गई।
जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है की अश्विन कृष्ण पक्ष की सप्तमी से रहित शुभ अष्टमी को यह व्रत किया जाना चाहिए। इसके विपरीत सप्तमी से विद अष्टमी को व्रत करने से व्रत की फल की हानि और संतान सौभाग्य के हानि का भय रहता है आचार्य जी के अनुसार इस वर्ष 14 सितंबर को सप्तमी तिथि प्रातः 8:41 बजे तक रहती है।
ऐसे में यह दिन सप्तमी से विद होने के कारण व्रत के लिए अशुभ माना जाएगा 15 सितंबर को प्रातः काल अष्टमी 6:36 तक रहती है अतः उदया तिथि में 15 सितम्बर की ही अष्टमी का व्रत किया जाएगा। पारण 16 सितम्बर को प्रातः कालीन किया जाएगा।




















