
राजनीतिक की मुख्य धुरी है वैश्य – अति पिछड़ा समाज
अरवल जिला ब्यूरो बिरेंद्र चंद्रवंशी की रिपोर्ट
वैश्य- अति पिछड़ा एकता मंच के द्वारा लगातार सभी प्रखण्ड मुख्यालय पर बैठक क्रम जारी है इसी क्रम मे आज वंशी प्रखंड मुख्यालय स्थित एक निजी भवन मे बैठक आयोजित किया गया। बैठक की अध्यक्षता शंकर साव ने किया। मंच का संचालन बलीराम चन्द्रवंशी, ने किया।
मुख्य अतिथी वैश्य – अति पिछड़ा एकता मंच के अध्यक्ष सह पूर्व जिला पार्षद आनंद कुमार चन्द्रवंशी ,संरक्षक सिद्घनाथ प्रसाद गुप्ता, संयोजक कामेश्वर ठाकुर, पुर्व मुखिया अरविन्द निषाद,ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा की वैश्य- अति पिछड़ा समाज राजनीतिक की मुख्य धुरी है, क्यो कि इस समाज एकजुट हो जाए तो, 45 प्रतिशत आवादी है।
लेकिन राजनीतिक मे प्रखर नेतृत्व नही होने के कारण आज अरवल – कुर्था मे आजादी के बाद आजकल कोई विधायक नही बन पाया है अत: इस बार वैश्य- अति पिछड़ा एकता मंच के बैनर तले दोनो विधानसभा में वैश्य- अति पिछड़ा समाज का योग्य उम्मीदवार चुनाव मैदान में आयेगा।
आगे कहा की राजनीतिक से ही वैश्य व अति पिछड़ा समाज सर्वांगीण विकास होगा। जो -जो समाज राजनीतिक पर कब्जा जमाये है उसका विकास निश्चित हुआ है।

इस लिये वैश्य – अति पिछड़ा का युवा वर्ग राजनीतिक में आगे आये। वैश्य – अति पिछड़ा राजनीतिक के वंचित समाज है जो वोट तो देते आया है पर विधानसभा में जिले से प्रतिनिधित्व करने का मौका कभी नहीं मिला है।
इस बैठक मे मुख्य रुप से सचिव विमल ठाकुर , अनिल कुमार गुप्ता, सुनील साव, नंदकिशोर चन्द्रवंशी, मुकेश साव, महेंद्र चन्द्रवंशी, त्रिपुरारी ठाकुर, संजय चन्द्रवंशी, संजय ठाकुर, रणवीर चन्द्रवंशी, सुरेंद्र साव, विजय चन्द्रवंशी, मित्ररंजन ठाकुर, राकेश साव, भोला चन्द्रवंशी, प्रदीप ठाकुर, श्रवण ठाकुर सहित सैकड़ो लोग उपस्थिति रहे |




















