बिहार राज्य संवाददाता बीरेंद्र कुमार की रिपोर्ट
पटना-हावड़ा, पटना-रांची, पटना-गोमतीनगर एवं न्यूजलपाईगुड़ी-पटना सहित अत्याधुनिक यात्री सुविधा एवं तकनीक से युक्त 04 वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है ।
पटना से परिचालित की जाने वाली वंदे भारत ट्रेनों के बेहतर अनुरक्षण (रख-रखाव) हेतु दानापुर मंडल के पाटलिपुत्र स्टेशन के समीप कोचिंग कॉप्लेक्स के निर्माण की स्वीकृति रेलवे बोर्ड द्वारा पिछले दिनों ही प्रदान की गयी है । इस कोचिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण पर लगभग 200 करोड़ रुपए की लागत आने की संभावना है।
कोचिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण हेतु प्रारंभिक प्रकिया शुरू कर दी गयी है । इसके तहत 630 मीटर लंबे वाशिंग पिट लाईन के साथ निरीक्षण एवं रख-रखाव हेतु शेड युक्त वे-लाईन का निर्माण किया जायेगा। सभी लाइनें ओवरहेड वायर (ओएचई) से युक्त होंगे ।
इसके साथ ही तीन अलग-अलग स्टैबलिंग लाईन का भी निर्माण किया जाएगा । हेवी रिपेयर शेड एवं बोगी रिपेयर शेड की अलग-अलग व्यवस्था होगी ।
पाटलिपुत्र कोचिंग कॉप्लेक्स जब पूर्ण रूप से तैयार हो जायेगी तो इसकी क्षमता एक बार में 24 कोच युक्त 10 वंदे भारत ट्रेनों के अनुरक्षण की होगी ।
वर्तमान में 20 करोड़ की लागत से वंदे भारत के अनुरक्षण हेतु राजेन्द्रनगर कोचिंग कम्पलेक्स को अपग्रेड किया गया है तथा कुछ कार्य प्रगति पर है ।
इसके तहत वर्तमान में वंदे भारत रेक के अनुकूल लाईन नं. 01 एवं 05 के प्लेटफॉर्म का उच्चीकरण किया गया है तथा ट्रेनों के विद्युतीय उपकरणों के निरीक्षण एवं रख-रखाव हेतु अंडर स्लंग में आवश्यक जांच उपकरण लगाये गये हैं ।
साथ ही लाईन नं. 01 एवं 05 के उपर ओएचई वायर को वंदे भारत रेक के अनुकूल बदलाव किया गया है।
इसके साथ ही वंदे भारत रैक के अनुरक्षण कार्य में संलग्न कर्मचारियों एवं लोको पायलटों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है । वंदे भारत रैक के अनुरक्षण हेतु उपयोग में लाई जाने वाली उपकरणों के भंडारण हेतु अलग से स्टोर रूम का निर्माण कराया जायेगा ।