नालंदा संवाददाता: राजगीर : वन महोत्सव के अवसर पर पर्यटन नगरी राजगीर के विपुलगिरी पर्वत पर स्थित गणेश मड़ैया परिसर में पंचवटी उद्यान का शुभारंभ किया गया।
देशीय पौधे का किया गया रोपण
पंचवटी कार्यक्रम के संयोजक पूर्व रेल प्रबंधक मंतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि सनातन संस्कृति में पंचवटी यानी पीपल, बरगद, बेल, अशोक और आंवला का विशेष महत्व है। ये पौधे धार्मिक कार्यों के अलावे औषधीय कार्यों में भी लाभकारी है। इसलिए आज पंचवटी उद्यान का शुभारंभ किया गया।
जैव विविधता के लिए है लाभकारी
गौरैया विहग फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक राजीव रंजन पाण्डेय ने बताया कि इन देशीय पेड़ों पर स्थानीय स्तर पर कई प्रकार पक्षियों व अन्य जीवों का पोषण होता है जिससे जैव विविधता का स्तर निरंतर वृद्धि होता है।
पर्यावरण संरक्षण में महिलाएं भी आएं आगे
समाज सेविका अनिता गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि पर्यावरण संरक्षण में आधी आबादी को भी आगे आना होगा। महिलाएं स्वभाव से हीं आदि काल से प्रकृति पूजक रहीं हैं, लेकिन प्रकृति भी खतरे में है इसे बचाने महिलाओं को सहयोग करनी चाहिए।
शिक्षक मनोहर चौधरी, समाजसेवी बिपिन झा,सुनील सिंह, रमेश कुमार, अनिता गुप्ता, आनंद तिवारी और बच्चों से ने भी श्रमदान दिए।