
- विद्युत कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि स्मार्ट मीटर पर हर यूनिट पर राज्य सरकार दे रही अनुदान
रिपोर्ट रंजन कुमार ब्यूरो चीफ शेखपुरा
शेखपुरा जिले के डीएम आरिफ अहसन की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित मंथन सभागार में विद्युत विभाग से संबंधित योजनाओं के संबंध में मीडिया कर्मियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके द्वारा स्मार्ट मीटर के संबंध में विस्तृत जानकारी मीडिया बन्धुओं के साथ साझा किया गया।
उनके द्वारा बताया गया की इस जिला में 7 सेक्शन में बांट कर स्मार्ट मीटर का अधिस्थापन किया जा रहा है।
वर्तमान में जिला को 78256 घरों में स्मार्ट मीटर के अधिस्थापन का लक्ष्य दिया गया है! जिसके आलोक में 35118 घरों में स्मार्ट मीटर लगा दिया सबसे अधिक घटकुसुंभा सेक्शन अंतर्गत 62% घरों में स्मार्ट मीटर का अधिस्थापन कर लिया गया है।
सबसे कम शेखपुरा शहरी सेक्शन में मात्र 35% ही लक्ष्य की प्राप्ति हो पाई है। इसके अतिरिक्त जिलान्तर्गत सभी सरकारी कार्यालयों में 15 नवंबर तक स्मार्ट मीटर अधिस्थापन।
कराने का निर्देश दिया गया है। उनके द्वारा बताया गया की स्मार्ट मीटर लगाने के कई फायदे है। इससे उपभोक्ता को सटीक बिलिंग की जानकारी मिलती है जिससे बिजली खपत में पारदर्शिता बनी रहती है।
उपभोक्ता जब छाए अपनी बिजली की खपत को आसानी से देख इसके उपयोग का बेहतर प्रबंधन कर सकते है। बिजली बिल के लिए बार बार मीटर रीडर के भरोसे बैठे रहना भी अब नही पड़ेगा।
उपभोक्ता किसी भी वक्त अपने मोबाइल पर ऐप के माध्यम से आसानी से बिजली खपत के साथ साथ बैलेंस राशि की जानकारी देखकर अपनी सुविधा अनुसार रिचार्ज करवा सकते है।
विद्युत विभाग द्वारा पावर कट करने से पहले उपभोक्ता को सूचना दी जाएगी साथ ही रिचार्ज नही रहने के स्थिति में पावर कट केवल 10 बजे पूर्वाह्न से लेकर 1 बजे अपराह्न के बीच ही कटेगा।
इसके अतिरिक्त रात्रि या छुट्टी के दिन नकरात्मक राशि अकाउंट में रहने के बाद भी पावर कट नही किया जाएगा।
सामान्यता भुगतान के 10 से 30 मिनट के अंदर ही उपभोक्ता को बिजली बहाल हो जायेगी। इसके साथ ही उनके द्वारा बताया गया की इसके संबंध में लोगो के बीच भ्रामक बाते फैलाई जा रही हैं।
इसके लिए सर्वप्रथम जनप्रतिनिधियों के घरों में स्मार्ट मीटर के साथ ही चेक मीटर भी स्थापित किया जाएगा ताकि लोग दोनों मीटर में तुलना करके देख सके की क्या वास्तव में स्मार्ट मीटर में ज्यादा बिजली की खपत हो रही है।
इसके साथ ही स्मार्ट मीटर लगाने हेतु किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क या सिक्योरिटी डिपॉजिट मनी नही लगता है। इसके विपरित रिचार्ज करने कर बैलेंस राशि पर ब्याज भी अलग से मिलता है।
उन्होंने यह भी बताया की स्मार्ट मीटर में नेट मीटरिंग की सुविधा पूर्व से ही उपलब्ध है! सूर्य ऊर्जा या अन्य वैकल्पिक ऊर्जा के श्रोत से बिजली उत्पन करने के उपरांत मीटर बदलने की समस्या नही होगी।
साथ ही स्मार्ट मीटर के द्वारा उपभोक्ता का किसी भी प्रकार से कोई भी जानकारी लीक नही होती है। रिचार्ज करने के लिए उपभोक्ता को अपना कंज्यूमर आईडी देना होता है। उन्होंने सभी लोगों से अपील भी की है की सब बिना किसी हिचक के स्मार्ट मीटर लगाए ।
उन्होंने यह भी कहा की कोई भी तकनीक पहली पहली बार जब आती है ,तो लोगो को उसके प्रयोग में थोड़ी दिक्कतें आती है ,पर उसका विरोध बिना जाने हुए करना उचित नहीं है। आवश्यक है की उससे से संबंधित संशय को सुलझाते हुए उसका प्रयोग करे।
किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उन्होंने विद्युत कार्यालय ,शेखपुरा से संपर्क करने की भी अपील लोगो से की है। उन्होंने बताया की सरकार द्वारा बिजली दर पर उपभोक्ताओं को सब्सिडी भी दी जाती है।
जैसे की ग्रामीण घरेलू उपभोक्ता के लिए बिजली के लिए निर्धारित दर (प्रति यूनिट) 7.42 रूपये जिसमें बिहार सरकार द्वारा प्रति यूनिट 4.97 की सब्सिडी दी जा रही है! उपभोक्ताओं को मात्र प्रति यूनिट 2.45 रुपए ही देना होता है ।
ठीक उसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र के व्यवसायिक उपभोक्ता के द्वारा 7.79 रुपए प्रति यूनिट बिजली दर है जिसपर सरकार द्वारा पेय की जानेवाली राशि 4.44 रुपया प्रति यूनिट है! शेष उपभोक्ताओं द्वारा वास्तविक भुगतेय की जाने वाली राशि 3.35 रुपए प्रति यूनिट है।
किसानों को कृषि सिंचाई के लिए बिजली की निर्धारित दर प्रति यूनिट 6.74 रुपया है जिस पर बिहार सरकार द्वारा वहन की जाने वाली सब्सिडी 6.19 रू॰ प्रति यूनिट है, उपभोक्ता को मात्र 55 पैसा ही भुगतान करना होता है!
शहरी घरेलू उपभोक्ता के लिए बिजली 7.42 रूपये प्रति यूनिट है! जिस पर सरकार द्वारा 3.30 रुपया प्रति यूनिट सब्सिडी दी जा रही है।
इस अवसर पर सौरभ कुमार भारती,वरीय उप समाहर्ता-सह-जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी एवं विद्युत कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार विद्युत सहायक अभियंता अमित कुमार प्रमंडल के सभी मीडिया बन्धु एवं बिजली विभाग के अन्य अभियंता तथा कर्मी इत्यादि उपस्थित थें।