
शनि जन्मोत्सव पर अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक केन्द्र के संस्थापक डॉ अरविन्द वर्मा ने किया तेल अभिषेक, विश्व कल्याण हेतु
शनि मंदिर में भक्तों का लगा जमावड़ा, भजन संध्या का हुआ आयोजन
रिपोर्ट एस के वर्मा
खगड़िया। एसडीओ रोड स्थित शनि मंदिर में ज्येष्ठ अमावस्या पर आयोजित शनिदेव जन्मोत्सव समारोह में सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर अपनी अपनी मनोकामना पूर्ण करने की कामना भगवान शनिदेव की प्रतिमा के समक्ष नमन करते हुए की।
अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक केन्द्र के संस्थापक डॉ अरविन्द वर्मा ने सुबह सुबह मंदिर में स्थापित भगवान शनिदेव की प्रतिमा पर तेल अभिषेक कर विश्व कल्याण हेतु आशीर्वचन प्राप्त किया।
मंदिर के पुजारी पंडित विनोद कुमार शर्मा ने डॉ अरविन्द वर्मा को मंत्रोच्चारण के साथ तेल का अभिषेक कराया और आशीर्वाद दिया। मंदिर में सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक श्रद्धालुओं ने भगवान शनिदेव की प्रतिमा पर तेल का अभिषेक किया।
संध्या काल में आहूत संध्या आरती, भजन एवं कीर्तन का भक्तों ने आनंद उठाया। सायंकाल से देर रात्रि तक महाप्रसाद का भी वितरण किया गया। शनि मंदिर के आसपास का क्षेत्र भक्तिमय वातावरण में डूब गया।
मौके पर मंदिर के पुजारी पंडित विनोद कुमार शर्मा ने मीडिया से कहा ज़िला मुख्यालय में एकमात्र यही शनि मंदिर है, जहां दूर दराज से भक्त जन पहुंचते हैं और उनकी अपनी मुरादें पूरी होती है।

शनि जन्मोत्सव पर तेल अभिषेक का बहुत बड़ा महत्व है। आज के दिन भगवान शनि अपने भक्तों को दिल से आशीर्वाद देते हैं। इस प्रकार भक्तों का जटिल से जटिल कष्टों का निवारण हो जाता है।
पंडित विनोद कुमार शर्मा ने कहा भगवान शनि देव को काला तिल, काला चना और काला उड़द अति प्रिय है। इन्हें सरसों का तेल, मिला फूल और काले कपड़े अर्पित कर जीवन की हर समस्याएं दूर होती है।
शनिवार को उड़द दाल की खिचड़ी खाने से भी शनि दोष के कारण होनेवाले कष्टों में कमी आ जाती है। शनि मंदिर में शनिदेव के समक्ष सरसों का तेल दीपक में जलाने से, काले कुत्ते को रोटी खिलाने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं।




















