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मतदाता पुनर्निरीक्षण 2025 चुनाव आयोग का गलत निर्णय: सुनील कुमार यादव

मतदाता पुनर्निरीक्षण 2025 चुनाव आयोग का गलत निर्णय: सुनील कुमार यादव

अरवल: सुनील कुमार यादव के नेतृत्व में 10 ट्रेड यूनियनों के 4 कोड बिल एवं मतदाता पुनरीक्षण 2025 बिना समय दिए सरकार गरीबों का नाम काटना चाहतीं हैं कि खिलाफ केन्द्रीय सरकार एवं चुनाव आयोग के गलत निर्णय के खिलाफ कुर्था बंद कराया गया।

बंद में शिव मोहन सिंह यादव लड्डु मालिक रिषिकेश कुमार निर्मल कुमार सुधीर कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हूए यदि सरकार को मतदाता सूची पुनरीक्षण कराना था या सत्यापन करना था तो इसके लिए समय-समय देना चाहिए था।

मात्र 25 दिन के समय में मजदूरी करने वाले इंसान या किसान या कोई भी लोग जो 11 दस्तावेज का जो निर्धारण किया है सभी के पास नहीं है अगर उसमें से कुछ दस्तावेज है भी तो किसी में नाम ग़लत है तो कुछ में सरकारी भूल का शिकार हैं।

जिसे सुधार करने में समय लगेगा वर्तमान सरकार सरकार सत्ता में बने रहने का तकनीकी अपनाकर खास लोगों का नाम हटाना चाहती है आप सोचिए न इतना कम समय में कोई कैसे दस्तावेज जमा कर सकता है इसी मतदाता सूची पर हालही में लोकसभा का चुनाव हुआ है।

अगर इसमें गलत लोगों का नाम है या यह सूची ग़लत है तो सभी एक बर्ष पूर्व चुने गए सभी सांसदों का इस्तीफा दिलाकर एक बार सही लोगों का नाम जोङ ले सरकार तभी तो जनता समझेगी सरकार और चुनाव आयोग सही में चाहता है।

निष्पक्ष चुनाव नहीं तो सरकार सरकार सरकारी तंत्रों का दुरूपयोग कर बिहार जैसे समाजिक न्याय की घरती पर सरकार बनाकर कर पूंजीपतियों के हाथ में बिहार का संसाधन बेचना चाहती है।

अन्य प्रदेशों की तरह जिसे बिहारी पसंद नहीं करते हैं और इसका सिधा विरोध आज चक्का जाम के जरिए कर रही है सरकार को चेतावनी दिया जा रहा है नहीं तो आगे भिषण आंदोलन किया जाएगा।

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