
जहां होती है सामाजिक समानताओं कि बात वही से होता है भ्रष्टाचार की शुरुआत
जिस भवन में है विस सूत्री का कार्यालय इस भवन में विजिलेंस की होती है छापामारी
अरवल जिला ब्यूरो बिरेंद्र चंद्रवंशी की रिपोर्ट
कुर्था जहां होती है सामाजिक समानताओं कि बात वही होता है भ्रष्टाचार की शुरुआत। जी हां हम बात कर रहे हैं कुर्था प्रखंड मुख्यालय स्थित भूमि सर्वेक्षण बंदोबस्त कार्यालय की। जहां सरकार द्वारा चलाए जा रहे भूमि सर्वेक्षण का कार्यालय स्थित है,
वही उसी भवन में भारत सरकार द्वारा 1975 में गरीबी उन्मूलन समानता सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को दूर करने का लक्ष्य से शुरू किया गया बीस सूत्री कार्यक्रम का प्रखंड स्तरीय कार्यालय है।
जिसका मुख्य कार्य गरीबी कम करना, रोजगार बढ़ाना, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुधार करना, साथ ही विभिन्न कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना। इनका मुख्य उद्देश्य है।
यह कार्यक्रम मंत्रालय और विभागों के माध्यम से लागू किया जाता है परंतु आश्चर्य के बात तो यह है कि विगत मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यालय में निगरानी विभाग के विशेष टीम के द्वारा दो भूमि सर्वेक्षक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया जाता है। उसी भवन में स्थित बीस सूत्री कार्यक्रम के किसी भी सदस्य को उक्त भवन में हो रहे भू सर्वेक्षक के लेनदेन के गोरख धंधे का भनक भी नहीं मिल पाती है।
जो कहीं न कहीं और किसी न किसी रूप से प्रखण्ड बीस सूत्री कार्यक्रम के सदस्यों के क्रियाकलापों पर सवालिया निशान पैदा करता है कि आखिर महीनों से हो रहे लेनदेन की खेल को बीस सूत्री के सदस्यों को भनक क्यो नही लग पाई और अगर भनक थी तो वे चुप क्यो थे।
इसके लिए वे कोई विभागीय कारवाई क्यो नही किए। हालांकि विश्वसत सूत्रों की माने तो प्रखंड मुख्यालय में अक्सर प्रत्येक दिन लेनदेन का खेल होते रहता है।
परंतु इसकी सुधि न तो सरकार द्वारा बनाए गए कोई कमेटी के सदस्य लेते हैं और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि। हालांकि सूत्रों ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय में सबसे अधिक लेनदेन का खेल भूमि संबंधित कार्यों में होता है। जब भू सर्वेक्षण बंदोबस्त कार्यालय में बीस सूत्री कार्यक्रम का कार्यालय खोला गया था तो लोगों को एक उम्मीद जगी थी।
बीस सूत्री कार्यक्रम का कार्यालय भू सर्वेक्षण बंदोबस्त कार्यालय भवन में खुलने से भू सर्वेक्षक के द्वारा आम आबाम से लेनदेन का कार्य बंद हो जाएगा, परंतु बीस सूत्री कार्यक्रम के कार्यालय खुलने के बावजूद भी भू सर्वेक्षक द्वारा लेनदेन का कार्य बंद नहीं हो सके और नहीं जनता को राहत मिली।
जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं कि विगत मंगलवार को निगरानी विभाग के अधिकारियों द्वारा पचास हजार रिश्वत लेते दो भू सर्वेक्षक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
हालांकि सूत्रों की माने तो प्रखंड के विभिन्न कार्यालय में राज्य सरकार व केंद्र सरकार के विभिन्न योजनाओं में लेनदेन का कार्य चलता रहता है लेकिन इस मामले पर अब तक स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर 20 सूत्री के अध्यक्ष सदस्य से लेकर बरिय पदाधिकारी भी कान में तेल डाले रहते हैं।




















