चंदौली सीट पर 60 फीसदी से अधिक मतदान कराने की कोशिश, रंग लायी थी 2019 की पहल
चंदौली संसदीय सीट के लिए जब 2014 के चुनाव हुआ था तो केवल 57.50 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन वर्ष 2019 में जब प्रचार प्रसार बढ़ा तो मतदान का प्रतिशत 60:22 हो गया।
2014 की तुलना में 2019 में पढ़े थे अधिक वोट
2.72 प्रतिशत बढ़ा था जिले में मतदान
अबकी बार भी चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान
चंदौली जिले के संसदीय क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है। अधिकारियों को लग रहा है कि जिस तरह से 2014 के मुकाबले 2019 में ढाई प्रतिशत से अधिक मतदान का प्रतिशत बढ़ा था, वैसे एक बार फिर से बढ़ सकता है। इसीलिए जोर लगाया जा रहा है।
चंदौली संसदीय सीट के लिए जब 2014 के चुनाव हुआ था तो केवल 57.50 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन वर्ष 2019 में जब प्रचार प्रसार बढ़ा तो मतदान का प्रतिशत 60:22 हो गया। इसीलिए सरकारी अफसर इस बार भी उत्साहित हैं।
आपको बता दें कि चंदौली लोकसभा में पांच विधानसभाएं है। इसमें तीन चंदौली की और दो वाराणसी की शामिल हैं। 2014 में सैयदराजा विधानसभा में 52.52, सकलडीहा में 57.67 मुगलसराय में 55.96 शिवपुर में 58.86 और अजगरा सुरक्षित में 58. 17 फ़ीसदी मतदान हुआ था।
बताते चलें कि वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में सैयदराजा में 58.65, सकलडीहा में 60.57, मुगलसराय में 59.67 शिवपुर में 59 और अजगरा में 63.2 प्रतिशत मतदान हुआ था। जो लोकसभा चुनाव 2014 की तुलना में 2019 में 2.72 फीसदी मतदान अधिक रहा है। 2014 और 2019 में सबसे कम मतदान सैयदराजा विधानसभा में हुआ था। वहीं, 2019 में सबसे अधिक मतदान अजगरा में हुआ था।
इस संबंध में चंदौली जिले के उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभय कुमार पांडेय ने बताया कि मतदाताओं को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है ताकि मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में बढाया जा सके।