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एकदिवसीय उत्सव के रूप में सुभाष चंद्र बोस के 127वीं जयंती मनी

अरवल जिला ब्यूरो बिरेंद्र चंद्रवंशी की रिपोर्ट 

करपी,अरवल। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान योद्धा, सुभाष चंद्र बोस की 23 जनवरी को 127वीं जन्म-जयंती को भारत में उत्सव के रूप में मनाया गया। इस मौके पर, उनकी पुण्यतिथि को समर्पित करते हुए, भारतीय नागरिक उनके योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें सलामी अर्पित किए।इस वर्ष तेलपा नामक शहर में बड़ा समारोह आयोजित समारोह एक दिवसीय उत्सव किया गया , जिसमें लोग उनके जीवन, कार्य, और उनके संग्राम को याद करते हुए एक साथ आए।

यह समारोह राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह उन्हें समर्पित होने का मौका प्रदान करता है और उनके विचारों और उद्देश्यों को फिर से याद दिलाता है।समारोह में विभिन्न कार्यक्रम शामिल थे, जैसे कि वीर गाथा के पाठ, संगीत कार्यक्रम, संवाद और दूसरे सांस्कृतिक कार्यक्रम। इसके अलावा, बच्चों के लिए विशेष खेल और कला कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे।समारोह में सरकारी अधिकारियों, स्थानीय नेताओं, और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता भी भाग लिया।

इस उत्सव ने एक ऐतिहासिक महत्व के रूप में नजर आया और लोगों को उनके अदम्य बलिदान को स्मरण कराया।इस समारोह के माध्यम से, भारतीय समाज उनके विचारों को और उनके संघर्ष को याद करता है और उनके प्रेरणादायक जीवन की दिशा में अग्रसर होने का संकल्प करता है।

इस उत्सव के माध्यम से हम उन्हें याद करते हैं, जो हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सहायक रहे।इस दिन को ध्यान में रखते हुए, हमें यह दिखाना चाहिए कि हम भारतीय स्वतंत्रता के मूल्यों और इलाहाबाद के लाल के सपनों को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। उनकी यादों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, हमें अपने देश के लिए काम करने का संकल्प लेना चाहिए और उनकी प्रेरणा के साथ आगे बढ़।

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