बेहरी में किसानों के जमीन पर वन विभाग कर रहा अपना सीमांकन, लोगों में आक्रोश
बेतिया मैनाटांड संवाददाता अक्षय कुमार आनंद की रिपोर्ट
मैनाटाड़: रामपुर पंचायत के बेहरी गांव से पूरब वन विभाग के द्वारा अपना जमीन बात कर किसानों के जमीन का सीमांकन कर रहा है। सीमांकन के दौरान जेसीबी से चारों तरफ से गड्ढा खोदा जा रहा है। जिससे किसानों में काफी आक्रोश है।
बेहरी गांव के नारायण दिसवा, भिखारी राम, तप राम, महावीर पासवान, हीरा राम,गोपाल माझी,सरफ माझी, पलटन माझी, चंद्रिका मांझी सहित अन्य लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व सरकार के द्वारा हम गरीब और कमजोर वर्गों को जमीन मिला है ।जिसका पर्चा मिलने के बाद हम लोगों के नाम से रसीद भी कट गया है।
वर्ष 1996 में भी इसी तरह वन विभाग के द्वारा सीमांकन किया जा रहा था जिसे हम लोगों ने विरोध किया और अंचल के द्वारा जिला को रिपोर्ट भी किया गया था। लेकिन फिर अब वन विभाग के द्वारा हम गरीबों को उजाड़ा जा रहा है। जिस जमीन पर वन विभाग अपना दावा ठोक रहा है वह जमीन हम लोगों का जीविका का साधन है।
गरीब किसानों ने बताया कि कल 42 लोगों के पंद्रह बिगहा जमीन पर वन विभाग अपना दावा ठोक रहा है जबकि हम लोगों का जमीन पर वर्षों से दखल कब्जा है लोगों ने जमीन का सीमांकन नहीं करने का विरोध किया । फिर भी वन विभाग गरीब लोगों की जमीन पर अपना दावा ठोक सीमांकन कर रहा है। वहीं मंगुराहा वन रेंजर सुनील पाठक ने बताया कि जिस जमीन पर बेहरी के किसान अपना दावा बता रहे हैं।
उसमें चार एकड़ जमीन वन विभाग का है।कुछ लोग वहां से हट गये है।कुछ लोग हठधर्मिता दिखा वहां से अपना खेती-बारी करना नहीं छोड रहे हैं ।रेंजर ने बताया कि जिस जमीन का सीमांकन कराया जा रहा है वहां पर वन विभाग अपना प्लांटेशन कार्यक्रम चलाया जायेगा। जिससे वहां के लोगों को ही फायदा होगा।