
परिहार प्रखंड में प्रखंड समन्वय समिति की बैठक का आयोजन
डीएम श्री रिची पांडेय ने दी कड़े निर्देश, कहा— “प्रशासनिक तंत्र सक्रिय हो, कार्यसंस्कृति में दिखे सुधार”
सीतामढ़ी: परिहार प्रखंड स्थित श्री गांधी उच्च विद्यालय में आज प्रखंड समन्वय समिति की बैठक का आयोजन जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर कार्य संस्कृति में अपेक्षित सुधार दिखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र सक्रिय और जवाबदेह बने। दायित्वों के निर्वहन में प्रतिबद्धता और पारदर्शिता स्पष्ट झलकनी चाहिए, तभी कौशल विकास, शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में अपेक्षित प्रगति संभव है।
जिलाधिकारी ने पेयजल संकट के समाधान हेतु बीडीओ, सीओ एवं संबंधित विभागों को विशेष गति से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी पंचायत में पेयजल समस्या लंबित नहीं रहनी चाहिए।
पंचायतों में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश
डीएम ने बीडीओ व बीपीआरओ को निर्देशित किया कि सभी पंचायत कार्यालयों में विभिन्न विभागों के कर्मियों की नियमित उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने मौके पर मौजूद राजस्व कर्मियों, कार्यपालक सहायकों और पंचायत सचिवों से उनकी उपस्थिति एवं कार्य निष्पादन की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि “लचर प्रदर्शन करने वालों पर हर हाल में कार्रवाई की जाएगी। जनता की सेवाओं में शिथिलता किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उनकी उपस्थित का नियमित अनुश्रवण करने का निर्देश बीडीओ ,सीओ एवं बीपीआरओ को दिया।
आरटीपीएस सेवाओं के निष्पादन पर सख्त रुख
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से आरटीपीएस सेवाओं में सुधार का निर्देश देते हुए कहा कि कार्यपालक सहायक, बीडीओ, सीओ एवं बीपीआरओ अपने-अपने स्तर से सतत मॉनिटरिंग करें।
उन्होंने स्पष्ट कहा—
“आरटीपीएस सेवाओं में देरी या लापरवाही पाए जाने पर संबंधित कर्मी पर कार्रवाई तय है। जनता को समयबद्ध सेवा देना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
सामाजिक सुरक्षा और खाद्यान्न वितरण की समीक्षा
सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं की समीक्षा के दौरान डीएम ने कहा कि किसी भी आवेदन को अनावश्यक रूप से लंबित न रखा जाए।
साथ ही, श्रम कार्ड, खाद्यान्न की उपलब्धता, अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति के सुधार हेतु भी निर्देश दिए गए।
सीओ को हाट–बाजारों एवं सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए विशेष अभियान चलाने को कहा गया। उन्होंने कहा कि प्रखंड का समग्र विकास विकास हो इसलिए योजनाओं का चयन सही हो। सभी क्षेत्रों को ध्यान में रखकर योजनाओं का क्रियान्वयन हो। कोई भेद—भाव न हो।
बैठक के बाद आयोजित जनता दरबार में सैकड़ों लोग पहुंचे।
बैठक समाप्त होने के बाद जनता दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आमजन के साथ कई पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
जनता ने पेयजल समस्या, सड़क अतिक्रमण, एंबुलेंस उपलब्धता, श्रम कार्ड, राशन कार्ड, खाद्यान्न वितरण, सड़क निर्माण में लापरवाही, पंचायत भवनों में कर्मियों की अनुपस्थिति, स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक की कमी, भूमि विवाद, नल–जल योजनाओं एवं सरकारी योजनाओं हेतु भूमि उपलब्धता जैसी विभिन्न समस्याएं रखीं।
इन सभी बिंदुओं पर जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को गंभीरता से सुनकर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया।
जनसभा को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय ने कहा—
आज मैं स्वयं प्रखंड में आया हूँ ताकि जनता की वास्तविक स्थिति और उनकी समस्याओं से सीधे रूबरू हो सकूँ। सरकार की योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुँचे — यह हमारी प्राथमिकता है। समस्याओं के समुचित एवं त्वरित समाधान में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आज की बैठक में जिलाधिकारी ने स्वयं प्रखंड समन्वय समिति की बैठक में भाग लेकर सभी विभागों के साथ जमीनी स्थिति की पड़ताल की। बैठक के बाद उन्होंने जनप्रतिनिधियों और आमजनों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याएं सुनीं।
मौके पर नोडल पदाधिकारी मो इस्लाम,डीपीआरओ कमल सिंह के साथ विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारी, संबंधित बीडीओ, सीओ, बीपीआरओ तथा सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।




















