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जयंती पर याद किए गए नेताजी सुभाष चंद्र बोस

रोहतास दावथ संवाददाता चारोंधाम मिश्रा की रिपोर्ट 

दावथ (रोहतास) प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में मंगलवार को महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। जे पी के इंटर कालेज बभनौल में शिक्षकों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। कालेज के सचिव डॉ प्रकाश चतुर्वेदी ने नेता जी के जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वे स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे। सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा में कटक में हुआ था। नेताजी ने देश की आजादी के लिए आजाद हिद फौज का गठन किया था। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा बुलंद करने वाले सुभाष चंद्र बोस आज भी लोगों के दिलों में बसते हैं। सुभाष चंद्र बोस 24 साल की उम्र में इंडियन नेशनल कांग्रेस से जुड़ गए थे। राजनीति में कुछ वर्ष सक्रिय रहने के बाद उन्होंने महात्मा गांधी से अलग अपना एक दल बनाया। उन्होंने आजाद हिद फौज का गठन किया। सुभाष चंद्र बोस के क्रांतिकारी विचारों से प्रभावित होकर कई युवा आजाद हिद फौज में शामिल हुए और देश की आजादी में अपना योगदान दिया। नेता जी के विचार आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। मौके पर विद्यालय के प्राचार्य बिक्की चौबे, परीक्षा नियंत्रक चारों धाम मिश्रा शिक्षक उमेश पाठक, पुष्पेंद्र दुबे शिव शंकर दुबे,मिथिलेश चौधरी आनंद दूबे, प्रदुम्न मिश्रा, प्रदुम्न गुप्ता, राज किशोर केशरी,उपस्थित थे।

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