
अरवल जिला ब्यूरो बिरेंद्र चंद्रवंशी की रिपोर्ट
श्रम विभाग ने असंगठित क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शनिवार को सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चमंडी पंचायत के पोंदिल गांव में जागरूकता शिविर सह कैंप का आयोजन किया । इस दौरान दर्जनों मजदूरों ने निबंधन कराया।
इस अवसर पर सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी विभा कुमारी ने उपस्थित लोगों को श्रम विभाग द्वारा चलाई जा रही योजना के बारे में अवगत कराया।
वहीं असंगठित क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों को निबंधन कराते हुए उन्हें उचित सलाह दी गई । उन्होंने बताया कि मालूम हो कि बिहार सरकार की ओर से श्रमिकों को कई लाभ भी दिए जा रहे हैं।
बिहार सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए कई योजनाएं जैसे बिहार शताब्दी असंगठित कामगार ,मिस्त्री समाज सुरक्षा योजना, राज्य प्रवासी श्रमिक दुर्घटना योजना, बंधुआ मजदूर पुनर्वास योजना, बाल सुधार योजना आदि चलाई जा रही है।
जिसका उन्हें लाभ भी मिल रहा है। राज्य सरकार की इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए श्रमिकों को सबसे पहले श्रम विभाग में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद श्रमिकों को श्रम कार्ड मिलता है।
श्रम विभाग में मेसन (राजमिस्त्री), बढ़ई, पेंटर, लोहार और लेबर, पेंटर, रोलर चालक, इलेक्ट्रीशियन या किसी अन्य प्रकार की मजदूरी करने वाले लोग श्रमिक कार्ड (लेबर कार्ड) के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
लेबर कार्ड के फायदे अभियान के तहत यह भी बताया गया कि लेबर कार्ड बनवाने के कई फायदे हैं।
बिहार में श्रमिक पंजीकरण कराने से श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा चाहे वह भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही हो या बिहार राज्य सरकार के स्तर पर हो।
लेबर कार्ड से बिहार के श्रमिकों द्वारा सीखे गए नये हुनर के बारे में सरकार को जानकारी होगी और उसी के हिसाब से रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे।
बिहार में श्रमिक सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे, बिना श्रमिक पंजीकरण के आप इसका लाभ नहीं उठा पाएंगे।
उन्होंने बताया कि अपने राज्य में निबंधित कामगार मजदूरों को सरकार कई प्रकार की सहायता देती है।
वहीं दुर्घटना में मृत्यु होने पर चार लाख रुपये तक परिजनों को सहायता राशि सरकार देती है। वहीं निबंधित कामगारों को औजार खरीदने के लिए 15 हजार , दुर्घटना में मृत्यु होने पर चार लाख,समान्य मृत्यु होने पर दो लाख,दाह संस्कार के लिए पांच हजार की सहायता दी जाती है,
वार्षिक चिकित्सा के लिए प्रतिवर्ष 3000 मिलते है। इस मौके पर भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र चंद्रवंशी, वंशी प्रखंड अध्यक्ष सहेन्द्र कुमार,करपी प्रखंड अध्यक्ष जोगेन्द्र दास भी मौजूद थे।