
बाबा झुमराज स्थान बटिया में अनोखा होली मिलन समारोह आयोजित कर लोगों को किया गया सम्मानित
जमुई/ सोनो संवाददाता चंद्रदेव बरनवाल की रिपोर्ट
जमुई जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में बाबा झुमराज मंदिर बटिया के सदस्यों द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन बाबा मंदिर परिसर में किया गया ।
जहां पर धार्मिक न्यास बोर्ड पटना के द्वारा गठित कमेटी के कोषाध्यक्ष लल्लू कुमार बरनवाल , उपाध्यक्ष आशीष बरनवाल एवं कमेटी के अन्य सदस्यों सहित सेवादार , मंदिर के पुजारी एवं अन्य लोग मौजूद थे ।
बाबा झुमराज मंदिर परिसर में आयोजित होली मिलन समारोह धूमधाम के साथ एवं हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया । सर्व प्रथम कमेटी सदस्यों द्वारा सेवादारों ओर सहयोगियों को अंग वस्त्र देकर एवं गुलाल लगाकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी गई ।
समारोह में शामिल लोगों ने एक दुसरे को अबीर गुलाल लगाकर परंपरागत ढोल , झाल ओर मृदंग की थाप पर होली की पावन गीत गाकर घंटों तक झुमते रहे ।
मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष लल्लू कुमार बरनवाल ने समारोह में उपस्थित लोगों को इस का होली त्योहार को शांति ओर सौहार्दपूर्ण के साथ मनाने की अपील करते हुए कहा कि होली का त्योहार सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं है।
बल्कि यह अनगिनत भावनाओं का उत्सवी त्योहार है , जो हमें एक दुसरे को जोड़ती है । आज का दिन सिर्फ गुलाल उड़ानें ओर मिठाईयों का स्वाद लेने तक सिमित नहीं है बल्कि यह त्योहार प्रेम , सौहार्द और नई उर्जा का प्रतिक है ।
उन्होंने आगे कहा कि फगुआ का त्योहार सिर्फ हिन्दू संस्कृति तक सिमित नहीं है बल्कि यह उन सबों के लिए एक आनंदमई अवशर है जो जीवन में सकारात्मक ओर उत्साह का रंग भरना चाहता है । क्योंकि होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतिक ओर खुशियों से भरा रंगों का त्योहार है ।
श्री बरनवाल ने आगे कहा कि पौराणिक ओर एतिहासिक मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन की परंपरा भक्त प्रह्लाद ओर हिरण्यकश्यप से जुड़ी हुई है , जो बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देती है । उपाध्यक्ष आशीष बरनवाल ने कहा कि सदियों से चली आ रही फगुआ का यह त्योहार हमें सिखाता आया है कि जीवन में हर रंग का अपना महत्व है।
जिसमें कभी उल्लास भरा पीला तो कभी स्नेह से भरा सराबोर गुलाबी । उन्होंने लोगों को होली के पावन पर्व पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रंगों का त्योहार होली खुशी , उत्साह और आपसी सौहार्द का प्रतिक है ।
यह संपूर्ण भारत में सबसे प्राचीन ओर लोकप्रिय त्योहारों में से एक है । जिसे ना सिर्फ भारत मे बल्कि दुनिया भर के 50 से अधिक देशों में धुमधाम से मनाया जाता है ।
कमेटी के मुख्य सदस्य प्रमोद बरनवाल ने कहा कि दो दिनों तक चलने वाला होली पर्व के प्रथम दिन होलिका दहन कर अधर्म पर धर्म की जीत का बीजय मनाया जाता है , तथा रंगों , उमंगों , प्रेम ओर भाईचारे के प्रतिक होली का त्योहार बसंत ऋतु के आगमन का संकेत देती है । समारोह में सभी कमेटी सदस्यों के अलावा सेवादारों , सहयोगियों सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे ।