रा० स्व० से० संघ ने किया 22 जनवरी को घरों में दिये जलाने और मंदिरों में भजन कीर्तन करने का आह्वान
सोनो जमुई संवाददाता चंद्रदेव बरनवाल की रिपोर्ट
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से आए पूजित अक्षत का वितरण एवं 22 जनवरी 2024 को घरों में दीये जलाने का आह्वान करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं पर्यावरण विद राम बिलास शाण्डिल्य ने कहा कि भगवान श्रीराम जी का जन्म अयोध्या में हुआ था। वे सभी भारतीयों के आराध्य देव हैं , लेकिन आक्रांताओं द्वारा मंदिर तोड़े गये । पुनः मंदिर निर्माण हेतु 500 वर्षों से संघर्ष जारी रहा । इसमें लाखों राम भक्त बलिदान हुए । सन 1889 में अयोध्या में कारसेवा के दौरान बंगाल के 2 सहोदर भाई स्व० राम कोठारी एवं स्व० शरद कोठारी विवादित गुंबद पर भगवा ध्वज फहराने में बलिदान हुए । उनकी एकमात्र छोटी बहन जीवित हैं । ऐसे अनेकों परिवार भारत में है ।भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय की स्वीकृति पर 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में प्रभु श्रीराम जी 500 वर्षों के बाद अपने नये मंदिर में प्रवेश करेंगे । अतः 22 जनवरी को संसार के सभी श्री राम भक्तों के लिए ऐतिहासिक दिन है । जो भक्त अयोध्या नहीं जा सकेंगे वे अपने -अपने घरों में दीपक जलायेंगे । साथ ही आसपास के मंदिरों में जाकर कम से कम श्री राम जय राम जय जय राम का 108 बार जाप करें । इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ , रामायण पाठ एवं सामुहिक भजन का आयोजन तथा प्रसाद का वितरण करें । बिते 01 जनवरी 2024 से 15 जनवरी 2024 तक पूजित अक्षत का संपूर्ण भारत में वितरण कर निमंत्रण दिया जा रहा है । श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र पूजित अक्षत वितरण कार्यक्रम में रणजीत कुमार राठौर , निरंजन सिंह , मनोहर कुमार आर्य , संजय कुमार आर्य , विकास कुमार , रूपेश कुमार , विकास कुमार , रवि कांत कुमार , सुबोध कुमार , सत्यदेव रूद्र , आशुतोष तथा नकुल सिंह आदि लोग शामिल थे । ज्ञात हो कि रा० स्वयं सेवक द्वारा पुजित अच्छत ओर निमंत्रण कार्ड तथा प्रभु श्रीराम का चित्र खेरा प्रखंड के नवडीहा गांव में किया गया है ।